सिंगरौली 6 अक्टूबर। शारदेय नवरात्रि पर्व कल गुरूवार तिथि प्रतिपदा पर स्थापित होंगी। केन्द्र व राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के द्वारा कोविड-19 के तहत जारी दिशा-निर्देशों का विशेष ख्याल रखने के निर्देश हैं। आयोजक मण्डल इस बार कोविड-19 के चलते प्रतिमा स्थापना के लिए ज्यादा जोर नहीं दे रहे हैं।
बताते चलें कि इस वर्ष शासन द्वारा कोविड-19 के परिपालन में गाईड लाईन जारी किया गया है। जिसके दृष्टिगत प्रशासन ने मूर्ति स्थापना व आयोजक मण्डल के सदस्यों सहित अन्य को कोविड-19 के नियमों का शत-प्रतिशत पालन करने का फरमान जारी किया है। ज्ञात हो कि शारदेय नवरात्रि का पर्व कल गुरूवार से आरम्भ हो रहा है और इसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं और एक से बढ़कर एक तरीके से पण्डाल सजाये गये हैं। वहीं शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के ईलाके में माँ दुर्गे की प्रतिमाओं की स्थापना की तैयारी की जा रही है। श्रद्धालुओं में त्यौहार को लेकर जहां उत्साह है, वहीं बुधवार से ही जगह-जगह माँ के उद्घोष किए गए। नौ दिन तक चलने वाले इस त्यौहार को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी पुलिस के द्वारा कड़ी कर दी गई है और प्रतिमा की स्थापना करने वाले आयोजक मण्डलों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 11.40 बजे-शारदीय नवरात्रि की शुरुआत पहले दिन मां शैलपुत्री के पूजन के साथ होती है। इससे पूर्व विधि विधान के साथ कलश स्थापना की जाएगी। नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। शास्त्री पं.राममणि त्रिपाठी दुर्गा मंदिर बैढऩ के पुजारी ने बताया कि कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त अभिजीत सुबह 11.40 से 12.24 बजे तक है। इस शुभ मुहूर्त में कलश को स्थापित करना फलदायी रहेगा। इसके साथ ही शास्त्री राममणि ने आगे बताया कि आज रात्रि 6 बजे से प्रतिपदा आरंभ हो जायेगा। माता दुर्गा इस वर्ष डोली में सवार होकर विराजमान होंगी। इसके साथ ही नवरात्रि 8 दिन का ही रहेगा। जिसमें पंचमी एवं षष्ठी एक ही दिन माने जायेंगे। 13 अक्टूबर को अष्टमी तथा 14 को नवमीं मनायी जायेगी।