करोड़ों की पीसीसी सड़क कि निकलने लगी गिट्टी, कमिश्नर पर खड़े होने लगे सवाल
सिंगरौली 15 नवम्बर। चर्चित व विवादित कमिश्नर आरपी सिंह सिंगरौली नगर निगम की बागडोर संभाली तो नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया। कमिश्नर आते ही टेबल टेंडर के जरिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिए या फिर पूरे पैसे का बंदरबांट हो गया अब स्मार्ट सिटी के तहत बन रही करोड़ों रुपए की पीसीसी सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई कहा यह जा रहा है कि कमिश्नर सिंगरौली जिले के लंका लगाने के लिए दोबारा यहां आए हैं। हालांकि एक जनप्रतिनिधि ने कमिश्नर आरपी सिंह वो ठेकेदार की शिकायत भोपाल स्तर में की है।
बता दें कि करोड़ों रूपये लागत की पीसीसी सड़क एक महीने के अंदर ध्वस्त होने लगी और अनाडिय़ों की तरह शहर के बीचो-बीच कार्य हो ऐसे में निर्माण एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है। ऐसा ही मामला नगर पालिक निगम सिंगरौली के माजनमोड़ से बिलौंजी तेलियान बस्ती पीसीसी सड़क निर्माण का है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत नगर पालिक निगम के आधा दर्जन सड़कों का जीर्णोद्धार जिसमें डामरीकरण व पीसीसी निर्माण शामिल है। इसके लिए करीब 19 करोड़ से अधिक की रकम की जा रही है। किन्तु सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर शुरूआत से ही सवाल उठाये जा रहे थे। सूत्र बताते हैं कि नगर निगम कमिश्नर आरपी सिंह के ठेकेदार से मधुर संबंध है। कमिश्नर व ठेकेदार का सिंगरौली आने का उद्देश्य भी एक ही है।
कमिश्नर के आते ही बड़ा कमीशन
चर्चित और विवादित कमिश्नर जून-जुलाई महीने में बिलौंजी से कान्वेंट स्कूल मार्ग का डामरीकरण का कार्य बारिश के समय कराया गया था। इस दौरान संविदाकार अरूण इंटरप्राइजेज की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्रचिन्ह लग रहे थे। तो वहीं पिछले माह कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे पीसीसी सड़क निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया था। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि कमिश्नर आरपी सिंह ने नगर निगम की बागडोर संभाली तो यहां का कमीशन 30 परसेंट हो गया। अब जब 30 परसेंट कमीशन है तो काम की गुणवत्ता करना बेमानी होगी।
माजन मोड़ पीसीसी सड़क चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
बिलौंजी तेलियान से माजनमोड़ पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य एक महीने पहले हुआ था। जहां दाहिने साइड एक लेन की सड़क को बाएं साइड की तुलना में करीब 6 इंच ऊंचा कर दिया है। ऐसेे में वाहन बाये साईड की सड़क में नहीं जा सकते हैं। साथ ही एक महीने के अंदर ही पीसीसी सड़क की गिट्टियां बाहर आने लगी हैं। इस करोड़ों रूपये की पीसीसी सड़क पर बाइक चलने से फिसलने लगती हैं। सूत्र बताते हैं कि इसकी शिकायत भोपाल तक भी पहुंच गयी है। वहीं नगर निगम में चर्चा है कि पीसीसी सड़क को ध्वस्त कराकर नये सिरे से कार्य करायेगा। फिलहाल सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर संविदाकार घिरता नजर आ रहा है।
पूर्व ननि अध्यक्ष ने भी घटिया निर्माण का कर चुके हैं विरोध नगर पालिक निगम सिंगरौली के अंतर्गत स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर पूर्व में कलेक्टर को भी पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कराये जाने के लिए आग्रह किया था। जहां टीम भी गठित हुई। आरोप है कि संविदाकार द्वारा गुणवत्ताविहीन पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य कराया गया है जिसके चलते एक महीने के अंदर ही सड़क ध्वस्त होने लगी। यहां के रहवासियों ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए संविदाकार के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
फिर से होगा पीसीसी सड़क का निर्माण इस संबंध में नगर पालिक निगम सिंगरौली के अधीक्षण यंत्री व्हीपी उपाध्याय ने बताया कि निर्माण कार्य में गड़बड़ी की गयी है। जहां बिलौंजी तेलियान बस्ती के मुख्य मार्ग सड़क को ध्वस्त कराकर संविदाकार द्वारा नये सिरे से निर्माण कार्य कराया जायेगा। इसके लिए पत्राचार किया जा चुका है। उन्होंने माना है कि उक्त निर्माण कार्य में कहीं न कहीं स्मार्ट सिटी के संविदाकार ने गड़बड़ी की है।