सिंगरौली — पूर्व के नगर निगम कमिश्नर शिवेंद्र सिंह नगर का भ्रमण कर जायजा लेते थे जहां समस्या होती थी तुरंत निराकरण करते थे लेकिन उनका ट्रांसफर होने के बाद नए आए विवादित कमिश्नर आरपी सिंह अपने एसी चेंबर से ही बैठकर नगर की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हैं उनके इस कार्यप्रणाली को लेकर नगर क्षेत्र में जमकर आलोचना हो रही है। कहा यह भी जा रहा है कि नगर निगम बारिश के पहले नालियों की सफाई के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया लेकिन पानी है कि निकलने का नाम नहीं ले रहा।
बता दें कि दो दिन तक रूक रक हुई बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दिया है। गलियों में कहीं पानी भरा है तो कहीं कीचड़ ने लोगों का रास्ता रोक दिया है। पचखोरा में बने हाउसिंग बोर्ड कालोन की सड़क तालाब में तब्दील हो गई हैं लोगों को निकलने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब यहां की सड़कें पानी से लबालब भरी हैं बल्कि हर बारिश में कमोबेश स्थिति यही बनती है लेकिन नगर निगम अधिकारी व्यवस्थाओं को ठीक करने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। सूत्रों की माने तो पूर्व विवादित चर्चित कमिश्नर पैसों के लिए दूसरी बार सिंगरौली आए हैं और वह अपना मकसद पूरा कर रहे हैं।
हाउसिंग बोर्ड की सड़कें तालाब में हुई तब्दील
हाउसिंग बोर्ड की नालियां चोक हो गई। बारिश का पानी नगर की गलियों में भर गया है। ज्यादातर गलियां में कीचड़ जमा हो गया है। हालत यह है कि लोगों को अपने घरों से निकलने में दिक्कत होने लगी। जरुरी काम से घरों से बाहर निकलने वाले कीचड़ से लथपथ होकर ही घर पहुंचते हैं। कमोवेश कई बार्डो के तस्वीर भी कुछ ऐसी ही है। बार्डो की सड़कों व गलियों में कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है। नगर के कई बार्डो के लोगों के सामने दिक्कत ही दिक्कत है लेकिन स्थानीय प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।