सिंगरौली 21 अप्रैल । गेंहू उपार्जन केन्द्रों में भारी गोलमाल करने की मंशा से डाटा एण्ट्री ऑपरेटरों से समिति प्रबंधकों का मोहभंग नहीं हो रहा है। कलेक्टर के सख्त आदेश व निर्देश के बावजूद तकरीबन 60 फीसदी डाटा एण्ट्री ऑपरेटर उसी जगह पर कार्य कर रहे हैं जहां पहले उन्होंने किसानों का पंजीयन किया था। विभाग में ही चर्चा है कि कलेक्टर के आदेश पर डाटा एंट्री ऑपरेटर व समिति प्रबंधक भारी पड़े रहे हैं।
गौरतलब हो कि मुख्य सचिव म.प्र.शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग विपणन भोपाल के निर्देश पर कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने वर्ष 2022 के उपार्जन केन्द्रों पर रेण्डमाईजेशन के आधार पर डाटा एण्ट्री ऑपरेटरों की ड्यूटी लगायी गयी है। प्रमुख सचिव का निर्देश था कि जिन ऑपरेटरों के द्वारा खरीदी केन्द्रों में किसानों का पंजीयन किया गया है उन डाटा एण्ट्री ऑपरेटरों को रेण्डमाईजेशन के आधार पर उनकी ड्यूटी दूसरे समितियों के उपार्जन केन्द्रों मेें लगायी जाय। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए करीब 40 डाटा एंट्री ऑपरेटरों को रेण्डमाईजेशन के आधार पर दूसरे समितियों के अलावा ब्लाक भी बदल दिया था। सामान्य जनप्रतिनिधियों को देखते हुए कलेक्टर ने तीसरी बार उक्त आदेश में संशोधन कराया। फिर 14 अपै्रल को अपर कलेक्टर ने संशोधित आदेश के तहत गेंहू उपार्जन के लिए कुछ ऑपरेटरों को राहत देते हुए ब्लाक के स्थान पर समितियों में ही ड्यूटी लगा दी गयी। किन्तु सूत्र बता रहे हैं कि कथित समिति प्रबंधकों ने कागज में डाटा एंट्री ऑपरेटरों को भारमुक्त कर दिया। लेकिन 60 फीसदी ऐसे डीईओ हैं पुराने ही खरीदी केन्द्रों में कार्य कर रहे हैं। ऑपरेटरों से समिति प्रबंधकों का मोहभंग क्यों नहीं हो रहा है इसको लेकर खाद्य आपूर्ति अधिकारी की भूमिका पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
खरीदी केन्द्रों में गड़बड़झाला करने की तैयारी
गौरतलब हो कि गत वर्ष गेंहू एवं धान खरीदी में गड़बड़झाला किये जाने को लेकर शासन-प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई थी और उनकी क्रियाकलाप जगजाहीर भी हो गयी थी। सूत्र बता रहे हैं कि इस बार भी कई डीईओ ने कथित समितियों के इशारे पर ऐसे किसानों का पंजीयन किया है जिन्होंने रबी फसल गेेंहू का बोनी नहीं किया है। हालांकि वे सक्रिय होकर पटवारियों से सांठ-गांठ कर गिरदावली में ठीक-ठाक कराने में सफल भी हुए हैं। यदि कलेक्टर उक्त केन्द्रों का स्वयं निरीक्षण करें तो उनके क्रियाकालापों का भण्डाफोड़ स्वयं हो सकता है।