इंदौर – हिंदुस्तान की खूबसूरती है इसकी गंगा-जमुनी तहजीब. अनेकता में एकता और आपसी भाईचारा. हालांकि, आजकल इसी खूबसूरती को खत्म करने में भी कुछ लोग लगे हुए हैं. लेकिन ऐसी बहुत सी मिसालें हैं जो उम्मीद जगाती हैं और जिन्हें देखकर ये लगता है कि जो ताना-बाना इस देश में आपसी भाईचारे का है वो इतनी आसानी से टूटने वाला नहीं है. जी हां आज हम बात कर रहे है इंदौर के एक ऐसे मुस्लिम परिवार की जिन्होंने अपने बेटे का नाम मास्टर कृष्णा खान रखा है। आठ साल पहले यह बच्चा जन्माष्टमी पर जन्मा था। नाम सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन इंदौर में 23 अगस्त को जन्मा यह कृष्णा आज 12 साल का हो गया है।
देशभर में बुधवार को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। इंदौर में भी जन्माष्टमी की धूम है। हालांकि, इस बार कोरोना के कारण लोगों को घरों में ही रहकर कान्हा की पूजा करनी है। कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हिंदू ही नहीं, इंदौर के एक मुस्लिम परिवार के लिए भी काफी खुशी का पर्व है। इस परिवार ने अपने बेटे का नाम कृष्णा खान रखा है। 12 साल पहले जब यह नाम परिवार के बुजुर्गों को पता चला तो वे नाराज हुए, लेकिन अब लोग इस नाम की मिसाल देते हैं।
इंदौर में एक ऐसा खान परिवार है जिनको जन्माष्टमी पर बेटा हुआ तो उन्होंने उसका नाम मास्टर कृष्णा खान रख दिया। कुछ समय पहले जब खान परिवार में दो बालिकाएं थी तब उन्होंने लड़के के लिए मंदिर मस्जिदों में कई मन्नत की। जब मन्नत पूरी हुई और उन्हें बेटा हुआ तो मानो माता पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अस्पताल में डॉक्टर जडिया ने बच्चे का फॉर्म भरते वक्त माता पिता से पूछा कि बच्चे का नाम क्या रखना है, तब खान परिवार ने कौमी एकता की मिसाल पेश करते हुए बच्चे का नाम मास्टर कृष्णा खान रखा। उस वक्त पिता ने कहा था कि आज जन्माष्टमी है इसलिए आप हमारे बच्चे का नाम कष्णा रख सकते है। डॉक्टरों ने इस बात पर कहा कि आपको आगे दिक्कत ना आए मुस्लिम होने के बाद आप बच्चे का हिंदू नाम रख रहे हैं, लेकिन अजीज खान नहीं माने और उन्होंने अपने बच्चे का नाम कृष्णा खान रखा है।
अजीज खान ने बताया कि जब मेरी मां और पत्नी को बेटे का नाम पता चला तो वे हैरत में पड़ गए और बोले कि यह क्या पागलपन है,ऐसा कोई नाम होता है क्या… मेरी मां ने कहा कृष्णा कौन थे, मैंने कहा महाभारत वाले… जिनके आगे-पीछे गोपियां चलती थीं। इस पर उन्होंने कहा कि इसे भी तू गोपियों वाला कृष्णा बनाएगा क्या। तू तो हिंदू हो गया, काफिर हो गया। मैंने कहा- मम्मी जमाना बदल गया है, मुझे तय करना है कि बेटे का मुझे क्या नाम रखना है। जब लोगों को पता चला कि मैंने अपने बेटे का नाम कृष्णा रखा है तो अधिकारियों सहित नेताओं ने मेरी काफी हौसला अफजाई की।आज परिवार प्रत्येक जन्माष्टमी पर बच्चे का जन्मदिन मनाता है। खान परिवार ने जो अनूठी मिसाल पेश की है उससे हम सभी देशवासियों को सीखने की जरूरत है।
2 Comments
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