सीधी- सिटी कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी की गुंडागर्दी देखने को मिली है जहां एक मामले में कवरेज करने आए एक पत्रकार के साथ न केवल मारपीट की बल्कि कपड़ा उतरवा दिया। थाना प्रभारी इतने में नहीं उन्होंने पत्रकार सहित अन्य लोगों कपड़ा उतरवा कर उनकी बकायदा फोटोग्राफी कराई गई और फिर इसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। घटना के बाद अब पूरे जिले में पुलिस प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है कहा यह भी जा रहा है कि थाना प्रभारी महज एक विधायक को खुश करने के लिए यह सब किया है।
बता दें कि यह पूरा मामला शनिवार का है जहां स्थानीय कलाकार नीरज कुन्देर पर आरोप था कि यह सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर स्थानीय विधायक केदार शुक्ला व उनके बेटे के खिलाफ अभद्र वह आपत्तिजनक पोस्ट कर रहा था । जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय कलाकार नीरज कुंदे समेत उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार कर थाने ले आई। जिसके बाद नीरज कुंदेर व उसके परिजन थाने पहुंचकर पुलिस प्रशासन की एक पक्षीय कार्यवाही के खिलाफ धरने पर बैठ गए और स्थानीय विधायक समेत सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान मौके पर मौजूद स्थानीय पत्रकार कनिष्क तिवारी ने इस पूरी घटना का कवरेज शुरू कर दिया यह बात थाना प्रभारी मनोज सोनी को नागवार गुजरी। उन्होंने बेरहमी के साथ ना केवल प्रदर्शनकारियों को घसीटते हुए थाने के भीतर ले गए बल्कि पत्रकार कनिष्क तिवारी को भी अपमानित किया।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो पत्रकार कनिष्क तिवारी लगातार पुलिस प्रशासन की कमियों को उजागर कर रहे थे। वह पुलिस प्रशासन के काले कारनामों को लगातार प्रमुखता से दिखा रहे थे साथ ही पिछले दिनों डीपी कॉन्प्लेक्स के सामने एक आगजनी की घटना हुई थी। इस घटना में दुकानदार का करोड़ों का सामान जलकर खाक हो गया था । इस घटना से स्थानीय लोग काफी दुखी थे इसकी वजह यह भी थी कि घटना से महक 1 किलोमीटर की दूरी पर सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला का भी घर है और वह मौके पर नहीं पहुंचे थे । बताया यह भी जा रहा है कि यदि समय पर फायर ब्रिगेड पहुंच जाता तो शायद दुकानदार को कितना बड़ा नुकसान नहीं उठाना पड़ता लेकिन जिले में फायर ब्रिगेड की कमी होने के चलते इस घटना को नहीं रोका जा सका।
नागवार गुजरा थाना प्रभारी को कवरेज करना
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आज जब अपने पूरे शबाब पर थी तो उसी दौरान आग बुझा रही फायर ब्रिगेड का पानी खत्म हो गया इस खबर को पत्रकार कनिष्क तिवारी ने प्रमुखता से दिखाया था वहीं मौजूद लोगों ने सवाल यह भी खड़ा किया कि आखिर विधायक निधि कहां जाती है यदि विधायक निधि से एक फायर ब्रिगेड खरीदी गई होती तो शायद इतनी बड़ी घटना होने से रोका जा सकता था. इस पूरी घटना को पत्रकार कनिष्क तिवारी ने आम लोगों की राय के साथ प्रमुखता से दिखाया था। सूत्र बताते हैं कि पत्रकार कनिष्क तिवारी का यह कवरेज विधायक को नागवार गुजरी थी और वह इसके बाद से नाराज चल रहे थे।
सीधी में पत्रकार के साथ बर्बरता जानकार तो यह भी बताते हैं कि इस मामले में शिवराज सरकार भी संज्ञान ले रही है और थाना प्रभारी मनोज सोनी के ऊपर कार्यवाही की बात भी हो रही है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की यह साफ निर्देश हैं कि किसी भी आरोपी की तस्वीरों को कहीं वायरल ना किया जाए ना ही उनकी पहचान उजागर की जाए ऐसे में थाना में बने लॉकअप से तस्वीरें वायरल होने का मतलब साफ है कि तस्वीरें पुलिस के द्वारा ही वायरल की गई हैं.
इनका कहना है
कनिष्क का आरोप है कि वो स्थानीय बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला के ख़िलाफ़ ख़बरें चलाते रहे हैं और उन्हीं के इशारे पर पुलिस ने नाट्यकर्मियों के साथ-साथ उन्हें भी हिरासत में लिया और उनके साथ मारपीट की.उन्होने कहा, “नाट्य कर्मी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया तो मैं उसकी कवरेज कर रहा था. पुलिस ने मेरे कैमरामैन के साथ मुझे भी पकड़ लिया. हम सबको अर्धनग्न करके थाने में जुलूस निकाला गया. बाद में थानाध्यक्ष के कमरे में ये तस्वीर खींची गई.” अभी भी पुलिस झूठे मामले में फंसा सकती है। हमारे और हमारे परिवार की सुरक्षा की जाए।
कनिष्क तिवारी – पत्रकार- सीधी