बुंदेलखंड के चित्रकूट के पाठा क्षेत्र में आज भी लोग दस्यु गैंगों के साए में ले रहे सांस !
चित्रकूट —बुंदेलखंड के चित्रकूट के पाठा क्षेत्र में आज भी लोग दस्यु गैंगों के साए में सांस ले रहा है। चम्बल का बीहड़ तो डकैतों की गर्जना से लगभग मुक्त हो चुका है लेकिन चित्रकूट के बीहड़ में आज भी बेरहम डकैतों की फेहरिस्त बनी हुई है। ददुआ ठोकिया रागिया बलखड़िया ये बीहड़ की दुनिया के ऐसे नाम हैं जिनकी आहट पाते ही कभी पत्ते भी हिलना बन्द कर देते थे। इन खूंखार दस्यु सरगनाओं के खात्मे के बाद इनके सिपहसलारों ने गैंग की कमान संभाल ली और आज भी अपने आकाओं की दहशत भरी परंपरा को कायम रखते हुए पाठा के बियावान जंगलों बीहड़ों में विचरण करते हुए खौफ की इबारत लिख रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मानिकपुर के बड़ेहार के जंगल में हनीफ व शंकर गैंग के छुपे होने की सूचना पर डीआईजी रेंज बाँदा की एन्टी डकैती टीम के प्रभारी सब इंस्पेक्टर शिवप्रसाद रावत है. कास्टेबल रामबाबू कॉन्स्टेबल शिवानंद शुक्ला एवम सरैयां चौकी प्रभारी तपेश मिश्रा मय पुलिस बल के जंगल मे की सर्चिंग सर्चिंग के दौरान गैंग से हुई मुठभेड़ दोनों तरफ से गोलियां चली। सर्चिंग मुठभेड़ में हनीफ व शंकर गैंग के सिपहसालारो ताबड़तोड़ फायरिंग की हालांकि घने जंगल का फायदा उठाकर गैंग लोग फरार होने में सफल रहे।
खाकी की खास निगहबानी
बेधक जंगल में दस्यु गैंग के होने की सूचना और ट्रेस करने पर डाकुओ से सामना तथा मुठभेड़ होने के बाद पुलिस की खास निगहबानी इन इलाकों में बढ़ गई है। यूपी एमपी पुलिस संयुक्त टीम बनाकर इलाके के बीहड़ों में गैंग को तलाश कर रही है। उधर सूत्रों के मुताबिक हनीफ व शंकर गैंग इसी इलाके में विचरण करते हुए सुरक्षित ठिकाने की तलाश में मुखबिरों से संपर्क बनाते हुए पुलिस की हर चहलकदमी पर नजर रख रहा है। फ़िलहाल पुलिस भी शिकंजा कसती नजर आ रही है।