झाबुआ । मध्यप्रदेश में आए दिन रिश्वत के मामले देखने को मिल रहे हैं अब झाबुआ के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीइओ डीआर सिरोटिया को 1 लाख 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते इंदौर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। उन्होंने कालीदेवी के मैनेजर से तीन लाख रुपये बतौर रिश्वत मांगे थे। पहली किस्त 1 लाख 50 हजार रुपये पहले ले लिए थे। शनिवार को दूसरी किस्त मैनेजर देने आया था, उसी समय लोकायुक्त ने पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस की इस कार्यवाही के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया ।
बता दें कि जिले के सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ बगैर रिश्वत लिए कोई काम नहीं करता था जहां आवेदक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा रामा जिला झाबुआ वेलसिंह पलासिया ने 2 सितंबर 2021 को लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी कि आरोपित सिरोठिया ने रामा ब्रांच के अधीन आने वाली तीन सोसायटी (कालीदेवी, माछलिया, उमरकोट) के करीब 180 हितग्राहियों को फसल बीमा राशि स्वीकृत हेतु पोर्टल पर इंट्री के लिए शेष 137 सदस्यों की आनलाइन एंट्री करने के एवज में 3 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। जिसमें से डेढ़ लाख रुपये रिश्वत के आरोपी ने आवेदक पर दबाव बनाकर पूर्व में दिनांक 19.08.2021 को प्राप्त कर लिए थे। शेष रिश्वत राशि डेढ़ लाख रुपये की मांग सीईओ द्वारा की जा रही है।
आवेदक के शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ने योजनाबद्ध तरीके से आवेदक द्वारा शनिवार को दूसरी किस्त डेढ़ लाख रुपए देने की योजना बनाई गई और जैसे ही आवेदक डेढ़ लाख रुपए की दूसरी किस्त बैंक महाप्रबंधक सिरोठिया को पैसा दिया गया जहां पहले से तैयार लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों आरोपी को पकड़ लिया गया पकड़े गए आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर मौके की कार्यवाही की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो कार्यवाही के दौरान सीईओ फफक कर रोने लगा और लोकायुक्त से गिड़गिड़ा कर खुद को छोड़ने की भी गुजारिश करने लगा। टीम में डीएसपी एसएस यादव, निरीक्षक राहुल गजभिये, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक चंद्रमोहन बिष्ट, शिवप्रकाश पाराशर, कमलेश परिहार आदित्य भदौरिया, शेरसिंह, शामिल हैं।