सिंगरौली 16 मार्च। भारत के पिछड़े इलाकों में लोगों को अस्पतालों से जुड़ी सेवा देने के लिए एक ट्रेन को ही अस्पताल का रूप दे दिया गया है. इस ट्रेन को लाइफ लाइन एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है. पटरी पर चलता फिरता यह अस्पताल देश के लोगों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है. यह ट्रेन इस समय सिंगरौली जिले में है। जिले में लाइफ लाइन एक्सप्रेस के माध्यम से आंख से संबंधित मरीजों का चेकअप व ऑपरेशन की कार्यवाही 11 मार्च से प्रारंभ है जिसके अंतर्गत आज 6 मार्च को 639 मरीजों का आंख का परीक्षण किया गया। वहीं 30 महिलाओं का कैंसर का परीक्षण किया गया।
लोकसेवा केन्द्र प्रबंधक रमेश पटेल ने बताया कि कलेक्टर राजीव रंजन मीना के निर्देश पर जिले में लाईफ लाईन एक्सप्रेस के माध्यम से आज 289 मरीजों को चश्मा वितरण हेतु चिन्हित किया गया। 526 मरीजों का बी पी एवं शुगर टेस्ट किया गयाए 92 मरीजों को मोतियाबिंद आपरेशन के लिए चिन्हित एवं 66 मरीजों का आज मोतियाबिंद का आपरेशन किया गया। 11 मार्च से अब तक कुल 3233 मरीजों का आंख का परीक्षण किया गया है। जिसमें से ऑपरेशन हेतु आवश्यक पाए जाने पर 356 लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा चुका है। साथ ही 1236 लोगों को नि:शुल्क चश्मा उपलब्ध कराए जाने हेतु चिन्हित किया गया है। आंख से संबंधित मरीजों की ओपीडी आज से समाप्त हो गयी है। अब 19 मार्च दिन शनिवार को कान से संबंधित मरीजों की ओपीडी बरगवां अंबेडकर भवन में प्रारंभ की जाएगी। जिसका लाभ उठाते हुए लाईफ लाईन के अनुभवी डॉक्टरों से अपना कान का परीक्षण कराते हुए नि:शुल्क ऑपरेशन या उपकरण प्राप्त कर सकते हैं।