सिंगरौली 5 अप्रैल। नगर पालिक निगम सिंगरौली के दफ्तर में मंगलवार की शाम करीब सवा 5 बजे उस वक्त हंगामा मच गया। जब दर्जन भर से अधिक शिव सैनिक ननि दफ्तर कार्यपालन यंत्री के चेम्बर में घुस निगमायुक्त एवं कार्यपालन यंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये। हंगामा इतना बढ़ गया कि कोतवाली पुलिस को ननि में आना पड़ा। कार्यपालन यंत्री आरके जैन व शिवसैनिकों की ओर से एक दलित महिला की ओर से कोतवाली में लिखित रिपोर्ट दी गयी है।
दरअसल शिव सैनिकों का आरोप है कि पवन नामक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने के एवज में रकम लिया और उसकी पावती भी दिया। लेकिन महिला को आवास नहीं मिल पाया। इसी बात को लेकर शिव सेना के जिलाध्यक्ष अशोक शाह एवं अन्य करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग ननि दफ्तर पहुंच नारेबाजी शुरू करते हुए कार्यपालन यंत्री के चेम्बर में पहुंच गये। यह घटना मंगलवार की शाम करीब सवा 5 बजे की है। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक जिस वक्त शिव सैनिक अचानक कार्यपालन यंत्री आरके जैन के कक्ष में पहुंचे। कुछ पल पूर्व कार्यपालन यंत्री निगमायुक्त के चेम्बर से निकल अपने कक्ष में पहुंच कार्यालयीन कामकाज निपटा रहे थे। हंगामा का कारण पूछने पर जब पता चला तो पवन नामक व्यक्ति से यहां से कोई लेना देना नहीं है। आवास के नाम पर जो ली गई रकम की रसीद फर्जी है। करीब आधा घण्टा तक शिव सैनिक हंगामा, नारेबाजी करते रहे। अंतत: कोतवाली पुलिस जब पहुंची तब मामला ठण्डा पड़ा। इस दौरान कार्यपालन यंत्री आरके जैन ने कोतवाली में पहुंच शिव सैनिक जिलाध्यक्ष सहित अन्य करीब डेढ़ दर्जन व्यक्तियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने लिखित रिपोर्ट दिया है। उधर शिव सैनिकों ने कोतवाली पहुंच ग्रीन हार्ट कॉलोनी विन्ध्यनगर की एक दलित महिला से कार्यपालन यंत्री के खिलाफ छेडख़ानी एवं जातिसूचक अश्लील गालियां देने का आरोप लगाते हुए लिखित रिपोर्ट किया है। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की लिखित रिपोर्ट के आधार पर जांच पड़ताल कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा राज
शिव सैनिकों का आरोप है कि कार्यपालन यंत्री के चेम्बर में एक दलित महिला पहुंची थी। महिला के द्वारा शोर-शराबा करने पर उसके साथ जातिसूचक गाली-गलौज किया। शायद शिव सैनिकों को इस बात की जानकारी न होगी कि परिसर में सीसीटीवी परिसर में कैमरे लगे हैं और इन कैमरों से ही सारा राज खुल जायेगा। कार्यपालन यंत्री ने भी इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा कि मेरे दफ्तर में केवल शिवसैनिक पुरूष ही आये थे। मीडिया कर्मियों ने कवरेज के हिसाब से घटना के समय का वीडियो भी बनाया है।