प्रमुख सचिव श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख ने जिले में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने हेतु की गई तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में अधिकारियों एवं चिकित्सकों द्वारा किए गए बेहतर कार्यो के अनुभवों का लाभ लेते हुए हमें तीसरी लहर से निपटने हेतु तैयारियां एवं व्यवस्थायें करना है। लेकिन दूसरी लहर में जो खामियां रह गई थी। उन्हें तीसरी लहर में न रहने दें। उन्होंने कोरोना की समीक्षा करते हुए कहा कि हमें कोविड टेस्टिंग के साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर भी विशेष ध्यान देना है प्रमुख सचिव ने कहा कि बच्चों पर तीसरी लहर के प्रभाव को देखते हुए बच्चों में होने वाले लक्षणों के बारे में पूर्व में ही विभिन्न माध्यमों से जन सामान्य को अवगत कराया जाये। इस कार्य में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों का भी सहयोग लें। उन्होंने जिले में कोरोना से बचने हेतु लगाये जा रहे प्रथम एवं द्धितीय डोज के टीकों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि टीकाकरण हेतु जो डोज प्राप्त हो चुकी है उसे रणनीति के तहत् लगाये। उन्होंने तीसरी लहर से निपटने हेतु ऑक्सीजन की व्यवस्था, वेंटीलेटर, दवाओं का प्रबंधन, एम्बुलेंस आदि की भी समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर श्री संजय कुमार ने तीसरी लहर से निपटने हेतु जिले में की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए टीकाकरण के संबंध में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुका है जबकि दो प्लांट एक जिला चिकित्सालय में एवं एक सेवढ़ा में स्थापित हो रहा है। सिटी स्कैन मशीन हेतु भी स्थान चिन्हित कर लिया गया है। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों का वार्ड भी बनाया गया है। चिकित्सकों एवं पैरामेडीकल नर्सेज को भी प्रशिक्षण प्रदाय किया गया है। लोगों को रोको-टोको अभियान के माध्यम से मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने हेतु समझाईश दी जा रही है। न मानने पर अर्थ दण्ड़ की कार्यवाही की जा रही है।