बैतूल – आज पूरा देश डॉटर डे मना रहा है ऐसे में हम आपको ऐसे गांव का नजारा दिखा रहे हैं जिस गांव का नाम बिटिया है और इस बिटिया गांव में हर घर की पहचान बिटिया के नाम से हो रही है । दरअसल मध्य प्रदेश के बैतूल में लाडो फाउंडेशन ने अनूठी पहल की है । फाउंडेशन बेटी के नाम से घर की पहचान हो अभियान चला रहा है और इसी अभियान के तहत बिटिया गांव के 60 घरों में बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाई गई अब इन घरों की पहचान बेटियों के नाम से होगी ।
बैतूल के समाजसेवी अनिल यादव जिनके घर जब बेटी पैदा हुई तो उन्होंने खुशियां मनाई और उसी दिन से उन्होंने लाडो फाउंडेशन बना कर एक अनोखी पहल शुरू की यह पहल थी बेटियों के नाम से घर की पहचान हो । अनिल ने पहले इसकी शुरुआत बैतूल से की और धीरे-धीरे यह अभियान आगे बढ़ता गया आज अनिल का अभियान देश के 14 राज्यों में पहुंच गया है अनिल की माने तो मध्य प्रदेश के 22 जिलों में उनके अभियान ने दस्तक दे दी है । अनिल का कहना है कि बैतूल शहर के अलावा जिले के 100 गांव में उनका अभियान पहुंच गया है और इन गांव में बेटियों के नाम से घर की पहचान होती है ।
हाथो में अपने नाम की नेम प्लेट लिए खुश होती ये बेटिया बैतूल के बिटिया गांव की है । दरअसल बेटियों को सम्मान दिलाने के लिए गाँव में अनोखा अभियान चलाया है । इस अभियान के तहत जिन घरो में बेटिया है उन घरो के सामने बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाईं गई | 80 घरो वाले इस गांव में लगभग 100 बेटिया है । इन बेटियों को समाज अलग पहचान दिलाने के लिए ऐसा किया जा रहा है | अपने नाम की नेम प्लेट लगने से बेटिया भी खुश है , क्योकि अब उनका घर उनके पिता या भाई के नाम से नहीं बल्कि उनके नाम से पूछा जाएगा।
घरों के नामकरण बेटियों के नाम से होने की कार्यक्रम को उत्सव जैसा मनाया गया पहले बेटियों के पैर पखारे और तिलक लगाकर उनकी आरती की गई । इसके बाद बेटियों को उनके नाम की नेमप्लेट दी गई मासूम बेटियों के साथ बड़ी बेटियां भी हाथों में नेम प्लेट ले लिए खुशी से समा नहीं रही थी सभी बेटियां रैली के रूप में गांव में घूमी और घरों घर जाकर उनके नाम की नेम प्लेट लगाई गई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो नारा दिया था बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ इसे लाडो फाउंडेशन चरितार्थ कर रहा है । डिजिटल इण्डिया विद लाड़ो की नेम प्लेट हर उस घर में लगेगी जिस घर में बेटिया है |बेटियों को पहचान देने वाले इस अभियान का खासा असर देखने को मिल रहा है । अपने घर की पहचान बेटी के नाम से हो इसको लेकर माता-पिता भी खुश नजर आ रहे हैं एक बेटी की मां ने तो यहां तक कहा कि पहले जहां बेटियों को बोझ समझा जाता था अब बेटी और बेटे में समानता होनी चाहिए जैसे बेटे को आगे बढ़ा रहे हैं वैसे ही बेटी को आगे बढ़ाना है अच्छा पढ़ाना है ।
इनका कहना है
अनिल यादव का कहना है कि लाडू फाउंडेशन की टीम बिटिया गांव में बेटियों के नाम से हर घर की पहचान हो अभियान चला रहा है लगभग 60 घरों में बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाई है बाकी घरों में भी जल्द नेम प्लेट लगाई जाएंगी फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य हर घर की पहचान बेटी के नाम से हो इसी को लेकर 14 राज्यों में यह अभियान पहुंच गया है मध्य प्रदेश के 22 जिलों में और बैतूल के 100 गांव तक इस अभियान के तहत बेटियों के नाम की प्लेट उनके घर के सामने लगाई गई है।
अनिल यादव (लाडो फाउंडेशन)
सुनीता उइके स्थानीय महिला कहना है कि आज बहुत अच्छा लग रहा है पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था अब लगता है कि बेटी और बेटा समान होना चाहिए बेटी को अच्छे से पढ़ाना चाहिए। गांव की एक बेटी नीलम का कहना है कि आज मेरे घर को मेरे नाम से पहचाना जाएगा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। इस गांव के सरपंच बलराम बडौदे का कहना है कि हमारी ग्राम पंचायत बिटिया जहां का हर घर बिटिया के नाम से पहचाना जाएगा फाउंडेशन के द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है।