सिंगरौली 1 अक्टूबर। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शहरों के सर्वांगीण विकास और जन सुविधाओं के विस्तार का ड्रीम प्रोजेक्ट अमृत योजना पर कुछ अफसरों की मनमानी भारी पड़ रही है। ऐसा ही एक मामला जिला परिवहन अधिकारी रीवा का सामने आया है। वहीं चर्चा है कि बैढऩ के स्थानीय बस ऑपरेटर के दबाव में रीवा के आरटीओ कुछ न कुछ कमियां निकालकर आवेदन को ठण्डे बस्तें में डालते चले आ रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम सिंगरौली द्वारा अमृत योजना के अंतर्गत सूत्र बस सेवा की एक वातानुकूलित यात्री बस सिंगरौली जिला मुख्यालय बैढऩ से धार्मिक आस्था के केन्द्र एवं भगवान श्री राम की सुप्रसिद्ध तपस्थली चित्रकूट तक संचालित किया जाना प्रस्तावित है। यह बस सिंगरौली से सीधी, रीवा जिले से होकर सतना जिले के चित्रकूट तक प्रतिदिन जायेगी। जिसके लिए रीवा जिले के जिला परिवहन अधिकारी द्वारा परमिट जारी किया जाना है। नगर निगम सिंगरौली के सूत्र बस सेवा के संचालन संविदाकार द्वारा रीवा आरटीओ कार्यालय में बैढऩ से चित्रकूट वाया रीवा, सतना जिले के लिए गत 10 सितंबर को चौथी बार आवेदन किया गया है, लेकिन रीवा आरटीओ द्वारा अभी तक परमिट जारी नही किया गया है। इसके पहले रीवा आरटीओ द्वारा तीन बार आवेदन खारिज किया जा चुका है।
10 माह से खड़ी है सूत्र सेवा की बस
नगर निगम के सूत्र बस सेवा के प्रभारी अधिकारी ने बताया कि बैढऩ से चित्रकूट वाया रीवा सूत्र सेवा की यात्री बस विगत 10 माह से नगर निगम परिसर में खड़ी है। रीवा जिले से परमिट जारी करने के इंतजार में बस जंग खा रही है। हालांकि इस सम्बंध में आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल से रीवा आरटीओ द्वारा परमिट नही जारी करने की के संबंध में पत्राचार किया गया है।
सीएम का निर्देश भी बेअसर 4 को होगी शिकायत
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा खुले मंच से अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका हैं कि प्रदेश के लोगों का काम बिना लिए दिए करें। शिकायत आती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के साथ अफसरो का क्या रवैया है इससे सहज ही अन्दाजा लगाया जा सकता है। लोगों में चर्चा है कि कुछ रसूखदार बस संचालकों के इसारे व दबाव में रीवा आरटीओ द्वारा लगातार परमिट के आवेदन खारिज किये जा रहे हैं। 4 अक्टूबर को चितरंगी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री से भी आरटीओ रीवा की शिकायत करने की तैयारी की जा रही है।