भिंड। जिले में सिंध नदी,अतरसुमा और इंदुर्खी रेत खदान से लाख डाउन अवधि में भी अवैध उत्खनन करते हुए रेत निकालने और परिवहन का कार्य बेखौफ जारी है। वरिष्ठ अधिकारियों की अवैध उत्खनन की शिकायत कई बार मिली लेकिन जिले के अधिकारी अवैध उत्खनन व परिवहन से अनभिज्ञता जाहिर करते रहे। नदी में अवैध रेत उत्खनन की शिकायतों पर मंगलवार की देर रात चंबल डीआईजी राजेश हिंगडकर और माइनिंग विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही की है इस कार्यवाही में अतरसुमा और इंदुर्खी रेत खदान पर दो पनडुब्बियों को नष्ट करवाया जबकि एक पोकलेन मशीन सहित कई क्यूबिक मीटर रेत जप्त किया है। इस कार्यवाही से रेत माफियाओंं सहित पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। इसके बाद इंदुर्खी रेत खदान पर जब टीम पहुंची तो वहां भी पोकलेन मशीन द्वारा अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा था। डीआईजी चंबल द्वारा खनिज विभाग की टीम को अवैध उत्खनन में लगी मशीनों एवं रेत के ढेरों को जप्त करने के निर्देश दिए गए। डीआईजी द्वारा रात के अंधेरे में की गई कार्यवाही से रेत उत्खनन में स्थानीय पुलिस की संलिप्तता की पोल खुल गई। बिना पुलिस के संरक्षण के कोई भी इतने बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन नहीं कर सकता।
देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन घोषित किया गया है। जिसमें हर प्रकार के काम धंधे ठप्प हैं। लेकिन रेत माफिया इस लॉक डाउन की आड़ में जमकर रेत के अवैध उत्खनन में लगे हुए हैं। जिले की कई रेत खदानों से पनडुब्बियों एवं मशीनों के जरिये रेत निकाले जाने की सूचनाएं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मिल रहीं थीं। लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही न करते हुए रेत माफियाओं को संरक्षण देने की बातें सामने आ रहीं थीं।नवागत डीआईजी राजेश हिंगणकर ने बुधवार को तड़के चार बजे ऊमरी थाना क्षेत्र में संचालित रेत खदानों पर छापेमारी की। इस दौरान खनिज विभाग की टीम के साथ भिण्ड एसपी नागेन्द्र सिंह पुलिसबल के साथ मौजूद रहे।डीआईजी ने रेत के अवैध उत्खनन में संलिप्त पाए जाने वाले ऊमरी, रौन और अमायन थाना प्रभारी को निलंबित किया है। साथ ही कोतवाली और गोहद थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है।
इस कार्रवाई की टीआई को नहीं थी सूचना नवागत डीआईजी राजेश हिंगणकर ने बुधवार को तड़के चार बजे ऊमरी थाना क्षेत्र में संचालित रेत खदानों पर छापेमारी की। इस दौरान खनिज विभाग की टीम के साथ भिण्ड एसपी नगेन्द्र सिंह पुलिसबल के साथ मौजूद रहे। इस अचानक कार्रवाई की ऊमरी थाना सहित पुलिस को कार्यवाही की सूचना नहीं दी गयी। हालांकि बाद में जानकारी लगते ही ऊमरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
अमायन थाना प्रभारी जितेंद्र तोमर, ऊमरी थाना प्रभारी महेश शर्मा, रौन थाना प्रभारी संजीव नयन शर्मा को निलंबित
रात में की गई इस कार्यवाही से भिंड पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं इतने बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन बिना पुलिस के सहयोग बिना संभव नहीं है । हालांकि इस पूरी कार्यवाही पर भिंड पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र सिंह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वहीं डीआईजी राजेश हिंगडकर ने रेत के अवैध कारोबार में लिप्त पाए जाने वाले थाना प्रभारियों पर बड़ी कार्यवाही की है। डीआईजी ने अमायन थाना प्रभारी जितेंद्र तोमर,ऊमरी थाना प्रभारी महेश शर्मा, रौन थाना प्रभारी संजीव नयन शर्मा को निलंबित कर दिया है। साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी उदय भान सिंह यादव और गोहद थाना प्रभारी को लाईन अटैच कर दिया है। डीआईजी की इस कार्यवाही से पुलिस विभाग में हड़कम मच गया है।