सेक्स ऐसा अनुभव है, जिसकी ओर व्यक्ति बार-बार आकर्षित होता है और सेक्स करने के लिए रोमांचित रहता है। संबंध बनाने के दौरान शरीर में रिलीज होने वाले ऑक्सीटोसिन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो शरीर को खुशी का अनुभव दिलाती है। इससे चेहरे, त्वचा में चमक आती है और साथ ही खुशमिजाज के लिए जिम्मेदार होता है ये तनाव कम करता है और रिलैक्स्ड महसूस करवाता है। इसी के कारण व्यक्ति को ये अनुभव और भी ज्यादा पसंद आता है। वैसे जब सेक्स की बात होती है, तो आमतौर पर पुरुषों को ही इसके साथ जोड़ा जाता है, लेकिन सच तो ये है कि महिलाएं भी फिजिकल रिलेशनशिप में पूरी दिलचस्पी रखती हैं और शायद कभी-कभी मेल पार्टनर से भी ज्यादा।
आमतौर पर यही माना जाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को ज्यादा उत्तेजना होती है और उन्हें जल्दी संतुष्ट नहीं किया जा सकता। इस बात को कई शोधों में भी बताया गया है कि पुरुष की अपेक्षा महिलाएं देर से उत्तेजित होती हैं और उनकी उत्तेजना को शांत करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। वहीं एक शोध से यह भी पता चला है कि जो महिलाएं ज्यादा नींद लेती हैं वे सेक्स के प्रति ज्यादा उत्तेजित होती हैं।
पुरुष के व्यक्तित्व और शैली से होती है प्रभावित अध्ययनों से पता चला है कि जब महिलाएं किसी पुरुष की ओर आकर्षित होती हैं, तो वे सेक्स के बारे में सोचती हैं। यदि पुरुष उसके व्यक्तित्व और शैली के साथ फिट बैठते हैं, तो वह आकर्षक महसूस करती है और उसके दिमाग में यौन विचार चलने लगते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपनी भावनाओं को छिपाने में बेहतर होती हैं। इसलिए वह अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं होने देती हैं।
इस उम्र में ज्यादा होती है सेक्सुअली एक्टिव
अधिकतर, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक यौन इच्छा होती है। वे अपने 20, 30 और 40 की उम्र में सबसे अधिक सेक्शुअली एक्टिव होती हैं, इसे महिलाओं का पीक टाइम कहा जाता है। वे सबसे अधिक यौन रूप से इसी समय उत्तेजित होती हैं। खासकर एक ऐसे व्यक्ति के साथ जिसे वह प्यार करती हैं ज्यादा समय उसके साथ गुजारती है और उनकी देखभाल करती हैं।
ऑर्गेज्म तक पहुंचने में खूब बहाना पड़ता है पसीना
पुरुषों के विपरीत, महिलाएं लगातार कई ओर्गास्म प्राप्त करने में सक्षम होती हैं। पुरुषों के लिए कई बार चरमोत्कर्ष तक पहुंचना काफी कठिन होता है, लेकिन महिलाओं के लिए ये आसान हो सकता है। महिलाएं अधिकतम 20 बार ऑर्गेज्म तक आसानी से पहुंच जाते हैं. अगर बेहतर सेक्स हो तो महिलाओं को अधिकतम आनंद और संतुष्टि का अनुभव होता है। इसलिए महिलाएं अधिक बार सेक्स करने की ओर ध्यान देती हैं।डॉ डेवलिन के मुताबिक हम मानते थे कि यौन क्रिया में कई बार चरम सुख (ऑर्गेज्म) तक पहुंचना बहुत कम बार होता होगा.
इस उम्र में मेनोपॉज यौन सुख में डालता है बाधा मेनोपॉज यानी पीरियड्स का बंद होना जाना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. आमतौर पर महिलाओं में 45 से 50 साल के बाद मेनोपॉज आ जाता है. जब महिलाएं 50 साल की उम्र के करीब होती हैं, तो उन्हें डर होता है कि मेनोपॉज उनके यौन सुख में बाधा डालेगा और इसलिए वे अपने 20 और 30 की उम्र में अपनी सभी यौन इच्छाओं और सपनों का अनुभव करने की भरपूर कोशिश करती हैं ताकि बाद में उन्हें कोई पछतावा न हो। इस दौरान वह सेक्स पर ज्यादा रुचि दिखाती है।
सेक्स में भावनात्मक और मानसिक संबंधों से जुड़ती महिलाओं की सेक्स इच्छा पर किए गए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो महिलाएं सामान्य से एक घंटा अधिक नींद लेती हैं उनमें सेक्स करने की इच्छा में 14 प्रतिशत का इजाफा होता है। महिलाएं सेक्स को अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक और मानसिक संबंधों से जोड़ती हैं। महिलाएं सोचती हैं कि अपने पार्टनर की इच्छाओं, चाहतों और जरूरतों को जानने का सेक्स एक प्रभावी तरीका है । जिसके कारण वह अधिक बार सेक्स करने लगती हैं।
गहरी नींद के बाद सेक्स करना करती है पसंद इस अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकलकर सामने आया कि पर्याप्त और अच्छी नींद महिलाओं में सेक्स उत्तेजना को बढ़ाने के साथ ही उन्हें भरपूर आनंद भी देती है। जो महिलाएं अधिक नींद लेती हैं उनकी यौन इच्छा बढ़ने के साथ ही उन्हें सेक्स में दोगुना आनंद प्राप्त होता है। इस स्टडी के मुताबिक़ सामान्य से 1 घंटा ज्यादा सोने वाली महिलाओं में सेक्स उत्तेजना 14 प्रतिशत तक बढ़ी पाई गई।वहीं जब उन महिलाओं से सेक्स को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने बताया कि पर्याप्त नींद लेने के बाद उन्हें थकान का अनुभव नहीं होता। इसके अलावा उन्हें सेक्स करने की तीव्र इच्छा होती है और जब वे अपने पार्टनर के साथ होती हैं तो खुलकर सेक्स को एन्जॉय कर पाती हैं। उन्हें सेक्स में भरपूर आनंद प्राप्त होता है।