इंदौरःमध्य प्रदेश (MP News) में एक महिला नेता (Women Leader) से कथित दुष्कर्म (Rape) के मामले में उज्जैन जिले के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के भगोड़े बेटे करण मोरवाल को पुलिस (MP Police) ने मंगलवार को मक्सी से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद आरोपी को इंदौर लाया गया. बता दें कि करण मोरवाल पर महिला नेत्री के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है और वह पिछले 6 माह से फरार था. पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा तो वह अपने दोस्त के साथ भागने की फिराक में था. इंदौर आईजी ने गिरफ्तारी पर 25,000 रुपए का इनाम भी घोषित किया था.
स्थानीय महिला थाने की प्रभारी ज्योति शर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर करण मोरवाल (30) को इंदौर से करीब 80 किलोमीटर दूर मक्सी के पास से महिला पुलिस और अपराध निरोधक शाखा की संयुक्त टीम ने उस वक्त पकड़ा, जब वह कार से अपने दोस्त के साथ कहीं और भागने के फिराक में था।पुलिस ने आरोपी की कार भी जब्त कर ली है।पुलिस को इस कार में करण के साथ राहुल राठौड़ नाम का व्यक्ति भी मिला और विधायक के बेटे के फरार होने में राठौड़ की भूमिका की जांच की जा रही है.
इंदौर के आईजी हरिनारायण चारी ने जी मीडिया को बताया कि एक स्थानीय अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया जाएगा ताकि पता चल सके कि फरारी के दौरान वह कहां-कहां छिपा और किन लोगों ने उसकी मदद की। साथ ही पुलिस आरोपी का डीएनए टेस्ट कराने की भी तैयारी करा रही है. अधिकारियों ने बताया कि करण के खिलाफ इंदौर के महिला थाने में दो अप्रैल को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था. अधिकारियों के मुताबिक मामला दर्ज कराने वाली महिला नेता का आरोप है कि विधायक के 30 वर्षीय बेटे ने शादी का झांसा देकर उससे दुष्कर्म किया.
अधिकारियों ने बताया कि करण की तलाश में जुटी पुलिस ने 19 अक्टूबर को उसके छोटे भाई शिवम को इंदौर के महिला थाने लाकर पूछताछ की थी क्योंकि जांच करने वाले अधिकारियों को लगा था कि उसे पता है कि बलात्कार का आरोपी कहां छिपा है.हलाकि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक दिन पहले ही शाजापुर के पास एक फार्म हाउस पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई थी लेकिन आरोपी करण को पुलिस के आने की भनक लग गई थी, जिसके चलते वह मौके से फरार हो गया था. अब मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को मक्सी से गिरफ्तार किया है.
करण मोरवाल लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था. फरारी के दौरान पुलिस ने आरोपी पर घोषित इनामी राशि की रकम भी दो बार बढ़ाई और इसे 25 हजार कर किया गया था. कुछ ही दिन पहले प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी चेतावनी देते हुए कहा था कि करण जल्द ही सरेंडर करे, नहीं तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो दूसरे लोगों के लिए नजीर बनेगी।करण की अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जो खारिज हो गई थी। इसके बाद से ही करण की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं। मामले में राजनीति भी गर्मा गई थी।