सिंगरौली 18 जुलाई। रूठे इन्द्र देवता को मनाने के लिए ऊर्जाधानी के देवालयों में श्रद्धालुओं के द्वारा भजन, कीर्तन, हवन शुरू कर दिया गया है। तो वहीं रविवार को आसमान में काले बादल छाये रहे। दोपहर होते-होते कुछ अंचलों में रिमझिम फुहारे ओस की तरह गिरी हैं। वहीं शाम के समय बदरा बरसने लगा। जिससे किसानों चेहरे पर कुछ मुस्कान दिखने लगी है।
दरअसल जिले में 16 दिनों के अधिक समय से बारिश थम सी गयी है। अचानक बारिश के थमने से जहां खरीफ फसलों की बुवाई ठप पड़ी हुई है। वहीं उमस भरी गर्मी ने सबको असीन-पसीन कर दे रही है। करीब ढाई दशक बाद जुलाई महीने में लगातार 16 दिन बारिश न होना पिछले रिकार्ड को तोड़ दिया है। क्षेत्र के प्रबुद्धजन बताते हैं कि करीब 25 साल पहले 12 से 13 दिनों तक बारिश नहीं हुई थी। इस साल तो रूठे इन्द्रदेवता ने 16 दिनों के अधिक समय से बारिश नहीं करा रहे थे। जिसके चलते हर आम खास परेशान रहा। वहीं अब इन्द्रदेवता भगवान को मनाने के लिए देव स्थानों में भजन-कीर्तन, हवन, पूजा पाठ शुरू कर दिया है। ताकि अंचल में बारिश हो सके। वहीं आज रविवार को पूरे दिन आसमान में सुबह 10 बजे से लेकर देर शाम तक काले बादल छाये रहे। इस दौरान दोपहर के समय ओस की तरह रिमझिम बैढऩ समेत आस-पास जगहों में बारिश हुई है। शाम होते-होते बैढऩ सहित माड़ा, गढ़वा, जयंत, विन्ध्य नगर, सरई,लंघाडोल, सासन, बरका समेत करीब-करीब सभी अंचलों में बादल बरसा। फिलहाल ऊर्जाधानी में बारिश के थमने से खरीफ फसल बुवाई का काम पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। किसान भविष्य को लेकर जहां काफी चिंतित नजर आ रहे थे। वहीं उमस भरी गर्मी से आज कुछ राहत मिली है।
मौसम विभाग का अनुमान सटिक,शुरू हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार आज रविवार से लेकर अगले सप्ताह के रविवार तक बारिश का एलर्ट जारी किया है। हालांकि इसके पहले भी मौसम विभाग पिछले 11 जुलाई से बारिश होने का अनुमान जताया था। लेकिन जिला मुख्यालय सहित आस-पास के क्षेत्रों में आसमान से एक भी बूंद नहीं गिरे। अब फिर से मौसम विभाग ने अनुमान जताया और उसका अनुमान आज सौ फीसदी सही निकला है। शाम 5 बजे से जिला मुख्यालय समेत आस-पास के क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो गया था। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि एक सप्ताह तक बारिश लगातार होगी।
डीह बाबा के यहां शुरू हुआ भजन-कीर्तन
बैढऩ के गनियारी चौरा टोला स्थित डीह बाबा के यहां भजन-कीर्तन व 24 घण्टे का अखण्ड कीर्तन आज से शुरू है। इसका समापन कल सोमवार को दोपहर में होगा। बताया जा रहा है कि इन्द्रदेवता को मनाने के लिए पूजा पाठ कर रहे हैं। तो वहीं अंचल के अन्य जगह-जगह देव स्थानों में भक्तों द्वारा अखण्ड मानस पाठ, भजन कीर्तन हवन किया जा रहा है। वहीं अन्नदाता आसमान में पूरे दिन काले बादलों को मडऱाते टकटकी लगाकर निहारते रहते हैं और रविवार की देर शाम अंचल में मध्यम बारिश का दौर शुरू है।