सिंगरौली 4 जनवरी। कलेक्टोरेट के सामने आज सोमवार को अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला। जहां आमरण अनशन स्थल के समीप दशगात्र कार्यक्रम हो रहा था। यह किसी फिल्मी का दृश्य नहीं था बल्कि पहली मर्तबा किसी आमरण स्थल पर हकीकत में मुण्डन कराया जा रहा हो इस नजारे को देख हर कोई हतप्रद रहते हुए पुलिस प्रशासन को कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे थे। यहां मालूम हो कि मृतक अम्बे्रश के सभी परिजन आमरण अनशन पर हैं और मृतक अम्ब्रेश के अंतिम संस्कार कर्मकाण्ड के रश्में यहीं से पूरी की जा रही हैं।
गौरतलब हो कि 24 एवं 25 दिसम्बर की रात्रि ग्राम तिनगुड़ी निवासी अम्ब्रेश प्रजापति की दुकान परिसर में सोते समय हमलावरों ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दिया था। जिसमें पुलिस ने दो सगे भाईयों को इस जघन्य हत्याकाण्ड का आरोपी माना है। किन्तु मृतक के परिजन मॉ, पिता व पत्नी पुलिस की विवेचना से संतुष्ट नहीं है और उनका आरोप है कि अम्ब्रेश की हत्या सुनियोजित तरीके से एक पूर्व मंत्री के द्वारा करायी गयी है। पुलिस मुख्य आरोपियों को बचाने में लगी है और घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों को भी मिटा दिया है। मृतक के परिजन न्याय की गुहार लगाते हुए तीन दिन से कलेक्टोरेट के सामने बिलौंजी में आमरण अनशन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि उक्त हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई, सीआईडी, एसटीएफ से हो साथ ही इसकी न्यायिक जांच हो। आमरण अनशन के तीसरे दिन धरना स्थल पर ही दशगात्र कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जहां तिनगुड़ी सहित मृतक के नात,रिश्तेदार,भाई, परिवार इस दु:ख की घड़ी में शामिल होकर ढाढ़स बंधाते हुए सैकड़ों लोगों ने मुण्डन भी कराया और पुलिस को कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे थे।
मृतक के मॉ की बिगड़ रही तबियत,प्रशासन बेसुध
मृतक अम्ब्रेश की मॉ जहां बेटे के मौत को भुला नहीं पा रही है। कलेजे के टुकड़े को खोने के बाद वह बेसुध है। यही हाल मृतक के पत्नी का है। धरना स्थल पर उनके आंसू नहीं रूक रहे हैं। हालांकि ढाढ़स बंधाने के लिए गांव के दर्जन भर लोग एकत्रित हो रहे हैं। किन्तु बताया जा रहा है कि महिलाओं की हालत धीरे-धीरे बिगड़ रही है। बावजूद इसके प्रशासन अभी तक उनकी सुध नहीं ले रहा है। धरना स्थल पर बैठे रामबरन का कहना है कि अभी तक कोई सुविधाएं नहीं मिली हैं इस कड़ाके की ठण्ड में हम लोग न्याय की आस में बैठें हैं और जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक आमरण अनशन नहीं करूंगा।
ऐसा दु:खद नजारा कभी देखने को न मिले…
कलेक्टोरेट के सामने धरना स्थल पर ही मृतक का अंतिम कर्मकाण्ड किया जा रहा है। शायद जिले के इतिहास में इस तरह का नजारा पहली बार देखा गया हो। बावजूद इसके पुलिस महकमे का दिल नहीं पसीज रहा है। उक्त हत्या में शामिल दो सगे भाईयों को आरोपी बनाकर गिरफ्तार करते हुए पुलिस अपनी स्वयं की पीठ थपथपा रही है लेकिन पुलिस की इस विवेचना से मृतक अम्ब्रेश के परिजन संतुष्ट नहीं हैं। हत्याकाण्ड की न्यायिक जांच की सिफारिश प्रशासन के द्वारा क्यों नहीं की जा रही है इस पर भी सवाल किये जा रहे हैं। वहीं आज के दशगात्र कर्मकाण्ड को देखकर मुख्य मार्ग में चलने वाले लोग भी हतप्रद थे।