बैतूल: मध्य प्रदेश में जहां निजी स्कूल संचालक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं तो वहीं मध्य प्रदेश के बैतूल में समीक्षा बैठक में शामिल होने आए स्कूल शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने साफ कर दिया है कि निजी स्कूल बिना अनुमति के ट्यूशन फीस नहीं बढ़ा सकते हैं अगर किसी ने बढ़ाई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में 2017 में एक्ट बनाया गया था जिसके तहत हर जिले में समिति बनाई गई है जिसमें कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी शामिल है। ट्यूशन फीस अनाप-शनाप नहीं ले सकते हैं वैसे भी मुख्यमंत्री ने सिर्फ ट्यूशन फीस लेने का बोला है कोई भी निजी स्कूल पिछले साल की ट्यूशन फीस मैं 10% की बढ़ोतरी कर सकता है । अगर 10% से ऊपर का पैसा लेना है तो इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी से अनुमति लेनी पड़ेगी अगर अनुमति नहीं ली गई है और ज्यादा फीस ली जा रही है तो शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
मंत्री परमार ने बैतूल में वैक्सीन के कम डोज मिलने को लेकर कहा कि वैक्सीनेशन का काम किसी एक जिले नहीं एक राज्य नहीं पूरे देश में चल रहा है । मध्य प्रदेश में जितने डोज आते हैं उस हिसाब से वितरित होते हैं और उसमें बैतूल जिले का प्रतिनिधित्व भी उतना होता है अन्य जिलों की तुलना में बैतूल को ज्यादा डोज मिलते हैं । सरकार ने सीमावर्ती जिलों को ज्यादा डोज देने का निर्णय लिया है । बैतूल महाराष्ट्र की सीमा पर है इसलिए यहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है । बैतूल में पेट्रोल के दाम 110 रूपए प्रति लीटर हो गए जब स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने चुप्पी साध ली और बिना जवाब दिए आगे बढ़ गए ।
इनका कहना है
इंदर सिंह परमार ( स्कूल शिक्षा मंत्री)(इंदर सिंह का कहना है कि निजी स्कूल बिना अनुमति के ट्यूशन फीस नहीं बढ़ा सकते हैं अगर ऐसा किसी ने किया और शिकायत आई तो निजी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी )