जनपद, जिला व पंचायत का अमला शुरू किया धरना प्रदर्शन,18 विभागों के अधिकारी,कर्मचारियों ने 29 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ खोला मार्चा
सिंगरौली 22 जुलाई। म.प्र.पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आज अपनी 29 सूत्रीय मांगों को लेकर इन विभागों के अंदर कार्य करने वाले 18 विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों ने सामूहिक कमलबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। जिससे दूर दराज से अपने काम को लेकर आये लोगों का काम न हो पाने से परेशान दिखे। जनपद पंचायत बैढऩ,चितरंगी,देवसर व जिला पंचायत कार्यालय के प्रांगण में आज सामूहिक रूप से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के सामूहिक हड़ताल पर चले जाने से जहां विभागों का कार्य अब अधर में लटक गया है।
बता दे की धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी सभी 29 मांगों को पूरी नहीं करती तब तक हमारी सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई रहेगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के अधिकारी,कर्मचारियों की मांगें हैं कि पंचायत सचिवों के वर्ष 2018 में दिये गये छठवें वेतनमान में कैबिनेट के निर्णय एवं निर्देशों के विपरीत वेतन की गणना के आदेश जारी किये गये। लेकिन आज तक उसका पालन नहीं हो पा रहा है। पदोन्नति व अनुकम्पा एवं जिला,जनपद के कर्मचारी सहित समस्त कर्मचारियों की मांगों की फाइले दबी पड़ी हैं।
आजीविका मिशन, पीएमएवाईजी, सोशल आडिट, सहायक विस्तार अधिकारी और डीआर डीए, स्वच्छ भारत मिशन, अभियंता, डिप्लोमा इंजीनियरिंग जिनकी महत्वपूर्ण सेवाएं हैं और सरकार की उदासीनता के चलते समस्त मनरेगा संविदा व समस्त कर्मचारी संवर्ग खून के आंसू रो रहा है। आगे इनका कहना है कि यदि सरकार इस दौरान कुछ विभागों की मांगें मानते हुए यदि हमारे धरना प्रदर्शन को बांटने या तोडऩे का प्रयास करती है तो हम सरकार के इस मंशा को सफल नहीं होने देंगे। सरकार को हर हाल में हमारे सभी 18 विभागों की 29 सूत्रीय मांगों को पूरा करना होगा। नहीं तो आने वाले समय में हम भोपाल जाकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करते हुए उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े 18 संगठनों ने आज गुरूवार से प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जनपद व जिला पंचायत कार्यालय के मुख्यालयों के सामने उक्त अधिकारी,कर्मचारी एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान चितरंगी ब्लाक के रोजगार सहायक संघ अध्यक्ष रमाकांत बैस ने मांग पत्रों का ज्ञापन सौंपकर धरना शुरू कर दिया है। वहीं देवसर, चितरंगी के पंचायत, रोजगार सहायक संगठनों ने भी अपनी मांगों को मनाने के लिए अड़ गये हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अमले के हड़ताल पर जाने से विकास कार्यों पर व्यापक विपरीत प्रभाव पड़ेगा।