पुलिस को मिलती है शराब,आबकारी की औपचारिकता
सिंगरौली । चौथी बार प्रदेश की कमान संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान भले ही खुले मंच से बांहें सकेलते हुए अवैध शराब के कारोबारियों को नेस्तनाबूद करने का दम भरते हो लेकिन सिंगरौली जिले में ऐसा बिल्कुल नहीं है । यहाँ सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेशों की खुलेआम आबकारी विभाग व शराब माफिया धज्जियां उड़ा रहे हैं। दिन के उजाले में ही बरगवां क्षेत्र में कारोबार कर रही अश्वनी कंस्ट्रक्शन कंपनी शराब के अवैध कारोबार में लिप्त है। कंपनी के गुर्गे दिन के उजाले में ही बोलेरो वाहन शराब की कई पेटियां आए दिन लोड कर गांव- गांव में पैकारी खुलवाने में लगे हैं और जिले का महकमा उन्हें संरक्षण दे रहा है।
शराब के अवैध कारोबार की जानकारी जन घटना प्रतिनिधि जब भी जिला आबकारी अधिकारी आर.एन व्यास को दी तो उनका वही घिसा पिटा रोना कि विभाग के पास महज एक इंस्पेक्टर है ऐसे में कार्यवाही कैसे की जाए। यहां जानने लायक है कि यह वही विभाग है जहां देसी शराब बनाने को लेकर वायरल वीडियो में एक सब इंस्पेक्टर सहित एक सिपाही सस्पेंड हो गया है और उसकी जांच की जा रही है। सूत्रों की माने तो खनिज अधिकारी के वसूली बाज कर्मचारी साहू अवैध कारोबारियों से वसूली करता है नतीजतन जिले में बड़े पैमाने पर फल-फूल रहे अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सस्पेंड होने के बाद भी वह वसूली भी लगा है।
पुलिस शराब पकड़े और आबकारी की बरामदगी औपचारिकता
अवैध शराब के खिलाफ एसपी विनीत सिंह के निर्देश पर अभियान चलाया जाता है। जिले की पुलिस एक दिन के अभियान में सैकड़ों लीटर शराब बरामद करने का दावा करती है। दूसरी तरफ जो विभाग शराब पकड़ने के लिए बना है, उसकी बरामदगी औपचारिकता ही रहती है। यह समझ के बिल्कुल परे है। बता दें की जिले को राजस्व देने के मामले में आबकारी विभाग की बड़ी़ भूमिका है । और विभाग के कर्मचारी शराब को अवैध कमाई का जरिया बना लिए हैं।
गांवों में धड़ल्ले से बिक रहा अवैध शराब
गांव में अवैध शराब का बिकना और दुकानों में अधिक दरों पर बेचना सामान्य बात होकर रह गई है। एक तरफ शासन की दुकानों पर निर्धारित दरों से अधिक दरों पर शराब बेचना और अधिक दाम का विरोध मदिरा प्रेमियों द्वारा किए जाने के बाद उनसे दुर्व्यवहार करना व गांव-गांव में अवैध शराब की बिक्री एक सामान्य बात होकर रह गई है। हालांकि समय-समय पर कार्रवाई करने की बात आबकारी विभाग व पुलिस द्वारा की जाती है। किंतु वास्तव में सच्चाई देखें तो यह है कि विभाग कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकता निभाते हुए नजर आती है। कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री करते हैं। परिणाम स्वरूप समुचित कार्रवाई के अभाव में अवैध शराब का कारोबार जिले में बदस्तूर जारी है। बहर हाल गांव-गांव में अवैध शराब मिलने के चलते युवा वर्ग भी अब शराब के लत के शिकार होने लगे हैं।
इनका कहना है
अवैध शराब ले जाने की सूचना पुलिस को दें हमारे पास एक इंस्पेक्टर है पूरे जिले के अवैध शराब कारोबार पर कैसे अंकुश लगा पाएंगे।
आर.एन.व्यास, आबकारी अधिकारी,सिंगरौली