डिंडौरी — समनापुर थाना अंर्तगत दीवारी रेत खदान ठेकेदार की मनमानी- अटूट खनन संपदा से भरे पड़े आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में सरकारी हुक्मरानों की हीला हवाली और संलिप्तता के चलते खनन माफियाओं के हौसले इस क़दर बुलंद हैं कि शासन – प्रशासन के नियम निर्देश भी इनके आगे बे – असर हो चले हैं। नतीजतन यह बेख़ौफ़ हो नियमो से परे जिले की खनिज संपदा का अवैध तरीके से दोहन कर राज्य सरकार को सालाना करोड़ो की चपत लगा रहे है। विन्ध्य न्यूज़ ने लगातार खबर दिखा यह सच बारंबार शासन – प्रशासन के संज्ञान में लाया है। बावजूद इसके दिखावे के तौर पर कागजों में यदा – कदा बतौर रस्मअदायगी छोटी – मोटी कार्यवाहियां कर दी जाती है। जो शासन के निर्देशानुसार जिलों से लक्ष्य पूर्ति के नाम पर की जाती हैं।
फिलहाल यहाँ हम बात कर रहे हैं रेत कारोबारी की, जिनकी घुसपैठ स्वीकृत खदानों के अलावा नर्मदा सहित अन्य खदानों में भी है।और विगत एक वर्ष से यह रेत का अवैध कारोबार भी करते आ रहे है। ज्ञात हो कि नवागत कलेक्टर के आगे रेत कारोबारी की दाल नही गली और 26 मार्च से प्रायः सभी खदानें बंद पड़ी थी।लेकिन शनिवार के दिन डिण्डौरी जिले की समनापुर दीवारी एक रेत खदान से कारोबारी के गुर्गों ने रेत के अवैध कारोबार का आगाज़ एक बार फिर कर दिया है। और दीवारी – 1 में स्वीकृत क्षेत्र के बाहर मशीनो के माध्यम से रेत निकाली जा रही है।जिसकी जानकारी संबंधित विभाग के संज्ञान में भी है।अब देखना यह होगा कि उक्त जानकारी के बाद विभागीय अमला इस मामले में क्या कार्यवाही करता है।