सिंगरौली 8 जनवरी। तिनगुड़ी हत्याकाण्ड के मामले में आमरण अनशनकारियों से सांसद रीती पाठक, देवसर विधायक सुभाष-रामचरित्र वर्मा ने कलेक्टर, एसपी के साथ मुलाकात कर उनकी एक-एक मांगों को सुना। सांसद, विधायक के आश्वासन उपरांत अनशनकारियों ने अपना अनशन तोड़ दिया है।
दरअसल तिनगुड़ी निवासी अम्ब्रेश प्रजापति उम्र 28 वर्ष की 24 एवं 25 दिसम्बर की रात दुकान में सोते हुए हमलावरों ने धारदार हथियार से प्रहार कर निर्मम हत्या कर दिये थे। इस हत्या में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार की है। लेकिन मृतक के परिजनों ने एक पूर्व मंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए मृतक के पिता, मॉ व पत्नी ने कहा है कि अम्ब्रेश की हत्या में पूर्व मंत्री का हाथ है। घटना के बाद से ही आरोपी मंत्री के साथ घूम रहे थे। अनशनकारियों ने तिनगुड़ी पुलिस चौकी प्रभारी को भी आड़े हाथो लिया है। घटना के दूसरे दिन ग्रामीणों व मृतक के परिजनों ने चका जाम किया था। उस दौरान एएसपी ने आश्वस्त किया था कि चौकी प्रभारी को तीन दिवस के अंदर हटा दिया जायेगा। साथ ही उच्च स्तरीय सीबीआई, सीआईडी व न्यायिक जांच की मांग की थी। इन्हीं मांग को लेकर कलेक्टोरेट के सामने मृतक के माता-पिता व पत्नी 9 दिन से आमरण अनशन कर रहे थे। स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा इसके पूर्व भी मुलाकात कर जिला स्तरीय एसआईटी टीम का गठन कर दिया था। फिर भी मृतक के परिजन इस टीम से संतुष्ट नहीं थे।
अंतत: आज सांसद रीती पाठक, देवसर विधयक सुभाष वर्मा, कलेक्टर राजीव रंजन मीना,एसपी वीरेन्द्र कुमार सिंह, टीआई अरूण कुमार पाण्डेय, भाजपा युवा नेता मुकेश तिवारी धरना स्थल पहुंच उनकी एक-एक मांगों को विधिवत सुनते हुए विधायक ने आश्वस्त किया कि उक्त मामले की जांच के लिए भोपाल गृह मंत्रालय योगेश चौधरी से बात हुई है। वे आईजी को पत्राचार कर उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच कराने का भरोसा दिया है। जनप्रतिनिधियों के उक्त आश्वासन के उपरांत आमरण अनशन कर रहे मृतक के परिजनों ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
भोपाल से मिला है आश्वासन,आईजी करेंगे टीम गठित: सुभाष
इस संबंध में देवसर विधायक सुभाष वर्मा ने मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए कहाकि तिनगुड़ी में जिस वक्त दु:खद घटना हुई थी उस वक्त सदन का सत्र चल रहा था मै भोपाल में था। जैसे ही मैं सिंगरौली आया तिनगुड़ी पहुंच परिवारजनों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना था। उसी दिन हत्या के मामले का खुलासा भी किया गया था, लेकिन परिवार के लोग पुलिस के इस खुलासे से संतुष्ट नहीं थे। जिसके बाद मृतक अम्ब्रेश प्रजापति के माता-पिता व पत्नी कलेक्ट्रेट परिसर के बगल में 9 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। इसमें प्रशासनिक व जिले स्तर पर एक टीम गठित करायी जायेगी। जिसमें परिवार के दो सदस्य भी रहेंगे उसमें निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने आगे कहा कि जांच में किसी का नाम सामने आता है तो निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। ऐसा हमने मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया है। चूंकि अनशनकारी 9 दिन से आमरण अनशन पर बैठे थे इसके लिए हमने भोपाल मंत्रालय में योगेश चौधरी से चर्चा हुई है। जिसमें आईजी को पत्राचार कर टीम गठित करने के लिए कहा गया है। परिजनों का आरोप है कि कुछ मोबाइल नंबर्स की कॉल डिटेल्स निकाली जाय उसके लिए भी साइबर के माध्यम से जांच कराने का हम पूरा प्रयास करेंगे।
उच्च स्तरीय जांच कराने का मिला है आश्वासन
इस संबंध में मृतक अम्ब्रेश प्रजापति के पिता रामबरन प्रजापति ने बताया कि आमरण अनशन स्थल पर आज शनिवार को सांसद,विधायक, कलेक्टर व एसपी आये हुए थे। सांसद व विधायक ने उच्च स्तरीय जांच कराये जाने के लिए आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी भोपाल में बात हुई है जल्द टीम गठित की जायेगी। जिसमें आपके परिवार के दो सदस्य शामिल रहेंगे।
इनका कहना है
हत्या के मामले की जांच चल रही है जो भी साक्ष्य आयेंगे उसके आधार पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी। एसआईटी टीम पहले से ही गठित है। जो पूरी सिद्दत और निष्पक्षतापूर्ण जांच में जुटी हुई है।
वीरेन्द्र कुमार सिंह,पुलिस अधीक्षक,सिंगरौली