भिण्ड — नेशनल हाईवे भिंड-इटावा पर बरही के पास बने चंबल पुल में दरार को दुरुस्त करने के लिए मुंबई से इंजीनियरों की टीम पहुंची है दरअसल बीते दिनों पुल के छठवें पिलर की बैरिंग का लॉक टूट जाने से पुल में दरार आई है. उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी विभाग ने इंजीनियरों को भेजकर मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. हालांकि पुल को उठाने वाले जैक के छोटा होने के चलते इंजीनियर बैरिंग का लॉक नहीं बदल पा रहे हैं. इसलिए अब मुंबई से इंजीनियरों की पुल मेंटेनेंस टीम को बुलाया गया है. अब देखना है कि आखिर कब तक पुल पूरी तरह से दुरुस्त होता है और आवागमन सामान हो पाता है।
बता दें की अगर लॉक बदलने में और देरी होती है तो पुल पर से भारी वाहनों का आवागमन बंद करने की संभावना है। पुल बंद होने पर वाहनों को 60 किलोमीटर का अधिक फेर लगा कर के इटावा पहुंचना होगा, 45 साल पहले 1976 में बने इस पुल पर बैरिंग में दिक्कत आने से आवागमन को हर साल 7 से 10 दिन के लिए बंद किया जाता है, बीते सात माह पहले भी दिसंबर महीने में सात नंबर पिलर में दरार आने से आवागमन को बंद किया गया था, जिससे लोगों को भिंड से इटावा की 40 किलोमीटर दूरी को हनुमंतपुरा होते हुए 100 किलोमीटर में पहुंचना होगा, अपनी आयु पूरी कर चुके इस पुल पर भारी ओवरलोड वाहनों के निकलने के चलते पुल अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है।
गौरतलब है कि इस पुराने पुल को लेकर अधिकारी भी इसको कभी भी धराशाई होने की आशंका जता चुके है, भिंड से इटावा की ओर हजारों की तादाद में प्रतिदिन गिट्टी और रेत से भरे हुए ओवरलोड वाहन इस पुल से गुजरते हैं, उसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश के इटावा पुलिस द्वारा दूसरे चौथे दिन चेकिंग लगा दिए जाने से पुल पर भारी वाहनों का जमावड़ा दो-दो दिनों लग जाता है, जिससे कभी भी बड़ी घटना सामने आने की संभावना अधिकारी जता चुके है, और लगातार नया पुल बनाने की मांग कई सालों से उठती रही है, लेकिन दूसरे पुल के लिए सरकार ने किसी भी प्रकार का अभी तक संज्ञान नहीं लिया है।