कलेक्टर की जनसुनवाई में कटौली गांव का ग्रामीण पहुंच आबकारी महकमे का खोला पोल
सिंगरौली 10 अगस्त। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में चल रही जनसुनवाई के दौरान कटौली पंचायत के एक व्यक्ति ने कलेक्टर को इस आशय का आवेदन पत्र दिया कि गांव के पांच घरों में जहरीली देशी मदिरा शराब बनाने का कार्य जोरों से चल रहा है। बावजूद इसके आबकारी अधिकारी जहरीली शराब बेचने वालों पर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कटौली गांव निवासी संतोष कुमार सिंह ने जनसुनवाई के दौरान सिंगरौली कलेक्टर राजीव रंजन मीना को आवेदन देते हुए बताया कि हमारे गांव में जहरीली अवैध शराब का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिससे हमारे गांव में आये दिन अशांति,चोरी, वाद-विवाद, गाली-गलौज देने वाले ग्राहक शराबियों का तांता लगा रहता है। जिससे गांव में रहने वाले अन्य लोगों में भय व्याप्त है। इस संबंध में मैं पूर्व में भी 7 नवम्बर 2020 को आबकारी विभाग को सूचना दिया था। जिस पर आबकारी विभाग द्वारा छापामार कार्रवाई कर गणेश पिता छोहनलाल केवट, मोतीलाल केवट पिता धनेसर केवट, लक्ष्मण पिता मन्नेलाल केवट, रामप्रसाद पिता बैजनाथ केवट,रामरती पत्नी लालचन्द केवट के घर से शराब बनाने की सामग्री को जप्त कर उन्हें समझाईश दी गयी थी कि भविष्य में फिर शराब न बनायें। लेकिन कुछ दिन शांत रहने के बाद और सख्त कार्रवाई न होने के कारण इनका मनोबल पुन: बढ़ गया। जिससे फिर से शराब बनाना व बिक्री करना शुरू कर दिया गया। जिस पर शिकायत के दौरान 5 अगस्त को आबकारी विभाग ने फिर छापामार कार्रवाई करते हुए महुआ लाहन सहित 5 लीटर शराब बरामद की गयी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी। जिससे लगातार इनके मनोबल बढ़ते जा रहे हैं और ये शराब बनाने के दौरान उसमें यूरिया,लता जैसी जहरीली चीजों का प्रयोग करते हैं। जिस पर जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर ने आबकारी विभाग के मौजूद अधिकारी को छापामार उक्त लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
साहब यह हमारी अंतिम शिकायत है
कटौली गांव का ग्रामीण कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंच कलेक्टर को देशी शराब मदिरा अवैध रूप से बिक्री किये जाने के संबंध में बताया कि साहब इसके पहले दो बार जिला आबकारी अधिकारी के यहां मेरे द्वारा लिखित शिकायत दी गयी। सहायक जिला आबकारी अधिकारी अब तक कार्रवाई करने की झूठी तसल्ली देते हुए नसीहत देते आये कि शिकायत करना बंद कर दो वर्ना कभी उल्टा पड़ जायेगा। साहब यह मेरी अंतिम शिकायत है। यदि अवैध शराब का कारोबार बंद नहीं हुआ तो मजबूर होकर सवाल उठाना पड़ेगा।