पुस्तकालय से आम जन के साथ पुलिस का बढ़ेगा ज्ञान -डीएम
पुस्तकों का जितना अधिक ज्ञान होगा उतना ही कम अपराध होंगे- एसपी
मोरवा में जिले का पहले पुलिस पुस्तकालय का डीएम व एसपी ने किया उद्घाटन,एसडीओपी व टी आई मोरवा का अभिनव पहल, बाकि थानो के लिए सीख
सिंगरौली-“कोई भी शरीफ आदमी किसी थाने की सीढ़ियां नही चढ़ता”, इस लाइन को अपवाद साबित करने व आम आदमी सहित पुलिस का ज्ञान बढाने के उद्देश्य से एसडीओपी राजीव पाठक व टी आई मनीष त्रिपाठी के अभिनव प्रयास से मोरवा थाना परिसर में स्थापित पुलिस पुस्तकालय का सिंगरौली लोकप्रिय कलेक्टर राजीव रंजन मीणा व एसपी वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बतौर मुख्यातिथ्य फीता काटकर उद्घटान किया। इस दौरान एएसपी अनिल सोनकर, सीएसपी देवेश पाठक, वै ढ़ न टी आई अरुण पांडेय, विन्ध्यनगर टी आई राघवेंद्र द्विवेदी , नवानगर टी आई यू पी सिंह सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।
पुलिस पुस्तकालय के शुभारंभ अवसर पर आयोजित जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सिंगरौली कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि जिले के मोरवा थाने में पुस्तकालय की शुरुआत भले ही असाधारण है ,पर यह शुरुआत ऐतिहासिक है। यह पुस्तकालय जहाँ आम आदमी के साथ पुलिस टीम का ज्ञान बढाने के काम आएगा वही प्रतिभागियों के लिए भी यह उपयोगी साबित होगा। कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं । जैसे व्यक्ति अपने दोस्त का हर पल ,हर घड़ी, हर मुश्किल में साथ देते हैं वैसे ही किताबें भी हर विषम परिस्थिति में मनुष्य की सहायता करती है। किताबों में हर मुश्किल सवाल व परिस्थिति का हल छुपा है। इंसान किसी भी दुविधा में रहे किताबो को पढ़ने व समझने से उसकी सोच का विस्तार होता है।
इस दौरान कलेक्टर श्री मीणा ने जिले में शुरू किए गए 175 स्मार्ट क्लास पर प्रकाश डाला और मोरवा पुलिस टीम को सलाह दिया कि पुस्तकालय में बैठने की व्यवस्था बढ़ाई जाए, जिससे लोग एकांत माहौल में बैठकर अध्ययन कर सके। कलेक्टर श्री मीणा ने मोरवा थाना के इस प्रयास के लिए बधाई व शुभकामनाएं दिया।
सिंगरौली एसपी वीरेंद्र कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज मे जितना अधिक किताब व ज्ञान होगा उतना ही कम अपराध कम होगा। मोरवा परिसर में स्थापित पुस्तकालय केवल सोच व विचार से नही बल्कि एसडीओपी व टी आई मनीष त्रिपाठी के लगातार सार्थक प्रयास से पूरा हुआ। एसपी श्री सिंह ने आगे कहा कि जिन्होंने किताब दिया है उनका किताबों के साथ मोरवा थाने के प्रति भी अलग भाव आएगा। पुलिस पुस्तकालय अब जनता व पुलिस की दूरी व गतिरोध को कम करने का महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। एसपी श्री सिंह ने कहा कि इंसान का पुस्तकालय व किताबों से बढ़ कर कोई दूसरा सगा दोस्त नही हो सकता।
इस दौरान एसपी श्री सिंह ने मोरवा टी आई मनीष त्रिपाठी एंड टीम के अभिनव प्रयास की प्रशंसा की।इससे पूर्व स्वागत उद्बोधन में एसडीओपी राजीव पाठक ने कहा कि मोबाइल , वाट्सअप, फेसबुक के हवा हवाई ज्ञान में दिमाग खपाने से बेहतर है असली ज्ञान किताब पढ़ कर अर्जित करें। इस दौरान एसडीओपी श्री पाठक ने बताया कि पुलिस पुस्तकालय मोरवा में हिंदी, इंग्लिश, बाल साहित्य, कथा व ऐतिहासिक पुस्तकों के साथ देश -विदेश के जाने माने राइटरों के किताबें मौजूद हैं। इस दौरान एसडीओपी श्री पाठक ने क़िताबों के महत्व पर एक कविता सुनाया जिसकी काफी सराहना हुई।जन संवाद कार्यक्रम को वरिष्ठ पत्रकार रोहित गुप्ता व संविदाकार व समाजसेवी संजय सिंह ने भी अपने संबोधन से किताब के महत्व पर प्रकाश डाला और मोरवा पुलिस की प्रशंसा की।
पुस्तकालय में 1 हजार पुस्तकों का संग्रह
गौरतलब हो कि गत तीन माह पूर्व मोरवा थाने में पहुंचे अज्ञात संभ्रांत नागरिक के व्यंग्य” शरीफ आदमी थाने की सीढ़ियां नही चढ़ता” को अपवाद साबित करने के लिए दृढ़ संकल्पित मोरवा टी आई मनीष त्रिपाठी के दिमाग मे पुलिस पुस्तकालय खोलने का विचार आया जिसे एसडीओपी श्री पाठक से चर्चा उपरांत तैयारी में जुट गए और दोस्त, परिचित, पुलिस टीम व आम जनों से किताबों को मांग कर संग्रहित किया और पुलिस पुस्तकालय को खोलने के सपने को महज 3 माह में साकार कर दिया। पुस्तकालय में फिलहाल 1 हजार किताबों का संग्रहण है। जिसका अध्ययन कर लोग अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं। बताया गया कि पुस्तकालय 24 घण्टे खुला रहेगा जहां कोई भी आकर किताबें पढ़ सकता है।
3 Comments
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