सिंगरौली–दहेज़ एक ऐसी सामाजिक कुप्रथा है जिसे शिक्षित वर्ग के द्वारा बढ़ावा मिलता रहा है. भारतीय क़ानून के अनुसार दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध है. लेकिन भारत में 97% शादियों में दहेज़ दिया और लिया जाता हैं. लेकिन सिंगरौली जिले में एक युवा इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए अनोखा कदम उठाते हुए अपने कार्ड में ही इस कुप्रथा का खत्म करने के लिए लग्न पत्रिका में ही समाज को संदेश दे दिया।
दरअसल में आयोजित एक शादी समारोह कार्यक्रम के लिए छपाया गया कार्ड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ इस कार्ड के सबसे अहम बात यह है कि कार्ड के ऊपरी हिस्से में दो लाइन लिखी है जो कि चर्चा का विषय बनी हुई दहेज मुक्त विवाह सच होगा सबका सपना दहेज मुक्त होकर भारत अपना लोग अब इस दंपति परिवार की खूब सराहना कर रहे हैं. और इस तरह कार्यक्रमों की सीख लेने की बात कर रहे हैं.
सिंगरौली जिले के धबहिया बरगवां के रहने वाले विकास कुशवाहा की शादी पड़ोस के गांव जरहा में रहने वाली मनिता कुशवाहा की 2 मई को शादी है. लेकिन इस शादी की चर्चा जोरशोर है. इसका जो कारण है वो हम आपको बता देते है. विकास के पिता बुद्धसागर कुशवाहा अपने बेटे की शादी में रिश्तेदारों को दिए जाने वाले शादी कार्ड में साफ साफ लिखा है कि दहेज मुक्त विवाह एवं आगे सच होगा सपना सबका दहेज मुक्त होगा भारत अपना अभी शादी कार्ड की चर्चा पूरे जिलों में जोर शोर से शादी कार्ड को लेकर लोग लड़के पक्ष की तारीफ कर रहे हैं. जब शादी कार्ड में शब्दों को लेकर लड़के के पिता से बात की गई तो उसका साफ कहना था कि संत रामपाल महाराज के शिष्य हैं उनका साफ कहना है कि समाज में फैली हुई बुराइयों को खत्म करना दहेज मुक्त विवाह देहदान रक्तदान और भी कुरीतियों को समाप्त करना है इसीलिए हमने दहेज मुक्त विवाह अपने बेटे का करने का निश्चय किया है दोनों परिवार इस फैसले से हम खुश हैं और हम समाज को संदेश देना चाहते हैं अपने बच्चों की शादी है दहेज ना लेकर करें जिससे बेटी वाले परिवार को कोई बोझ ना पड़े और उसका परिवार कर्ज के बोझ में ना दबे.