सिंगरौली 13 जनवरी। चितरंगी तहसील क्षेत्र के नौढिय़ा गांव स्थित एनसीएल एवं निजी तथा सरकारी भूमि पर कोयले का अवैध भण्डारण करने के आरोप में राजस्व, खनिज,पर्यावरण प्रदूषण, एनसीएल एवं रेलवे विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए करीब 41500 मैट्रिक टन कोयला जप्त कर 8 कोयला कंपनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया है। जप्त कोयले की कीमत तकरीबन 8 करोड़ रूपये से ज्यादा है। यह कार्रवाई विन्ध्य न्यूज में प्रकाशित दिनांक 11 एवं 12 जनवरी को प्रकाशित खबर के बाद कलेक्टर के निर्देश पर की गयी है। इस कार्रवाई से कोयला कारोबारी व ठेकेदारों में हड़कम्प मच गया है। जिले में खनिज की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
दरअसल 8 कोल कंपनियों के संविदाकारों द्वारा रेलवे साइडिंग महदेईया के बाहर एनसीएल एवं सरकारी तथा निजी भूमि पर बिना वैधानिक अनुमति लिये कोयला का व्यापक पैमाने पर भण्डारण किया जा रहा था। जहां पर्यावरण प्रदूषण पर व्यापक असर भी पड़ रहा था। शिकायत के बावजूद मेहरबान पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी सिंगरौली के द्वारा कोल संविदाकारों के विरूद्ध ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही थी। लिहाजा विन्ध्य न्यूज ने 11 एवं 12 जनवरी को प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया। तत्पश्चात कलेक्टर ने चितरंगी एसडीएम नीलेश शर्मा के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर राजीव रंजन मीना के इस निर्देश पर एसडीएम नीलेश शर्मा, खनिज अधिकारी एके राय व टीम में शामिल अन्य अधिकारी, कर्मचारी रेलवे साइडिंग महदेईया एवं नौढिय़ा पहुंच बिना अनुमति के भण्डारित 41500 मैट्रिक टन कोयला कीमत तकरीबन 8 करोड़ से अधिक जप्त कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
इनका कहना है
महदेईया व गोरबी के निजी,सरकारी व एनसीएल की भूमि में अवैध कोयला भंडारित करने पर कलेक्टर राजीव रंजन मीना के निर्देश एवं उनके द्वारा गठित संयुक्त टीम राजस्व पुलिस खनिज तथा पर्यावरण प्रदूषण के द्वारा 8 कोल कंपनियों से 41500 मैट्रिक टन कोयला जप्त कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
नीलेश शर्मा,एसडीएम,चितरंगी