शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप,कई डॉक्टरों पर छेड़छाड़ का लगा चुकी आरोप !
सिंगरौली : सिंगरौली का जिला अस्पताल हमेशा से अपने कारनामों के चलते सुर्ख़ियों में बना रहता है. मगर यह सुर्खियां अच्छे कामों के लिए नहींं, बल्कि खामियों के कारण बनता रहा है जी हां इस बार इलाज में लापरवाही के चलते सर्प काटने के मामले में लापरवाही देखने को मिली है परिजनों का आरोप है कि इलाज के अभाव में उनके परिजन की मौत हो गई। इस पूरे मामले की जांच शुरू हुई तो कई चौकाने वाले खुलासे शुरू हो गए।
शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप स्टाफ नर्स कीर्ति सिंह ने भी कलेक्टर को शिकायत पत्र लिखकर हड़कंप फैला दी है इस शिकायत में लिखा गया है कि मरीज संपत उपाध्याय को सांप ने काटा था जिसे चिकित्सालय बैढ़न भर्ती कराया गया था जिसकी मृत्यु इंजेक्शन ASV ना लगने की वजह से हुई है जिसकी पूरी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन प्रभारी सिविल सर्जन एवं में मेट्रन की है। साथ ही मरीज संपत कैजुअल्टी कक्ष में आया ही नहीं था सीधा व मेल मेडिकल वार्ड में गया था जब मरीज की मृत्यु हुई तो मेरे द्वारा सिर्फ इतनी ही बात कही गई थी इसमें संपूर्ण जवाबदेही प्रभारी मेट्रन ज्योति की है क्योंकि यह उनके कार्य दायित्व में आता है कि प्रत्येक दिन वार्ड में जा कर यह देखें कि किस वार्ड में किस दवाई की कमी है लेकिन उनके द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ना करके लापरवाही की गई है।यह कोई नई बात नहीं है इस तरह जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से और ना जाने कितनी मौत हो चुकी हैं लेकिन शिकायत सुनने वाला और देखने वाला कोई नहीं है
सीएमएचओ और नर्स के बीच मधुर संबंध !
स्टाफ नर्स कीर्ति सिंह परिहार ने अपने ही सहकर्मी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सीएमएचओ के साथ इनके शारीरिक संबंध होने के कारण अनावश्यक रूप से अन्य स्टाफ को डराती धमकाते हैं साथ ही अपने मन मुताबिक यह स्टाफ नर्सों की ड्यूटी भी लगवाती है। नर्स के मुताबिक सीएमएचओ अपनी अय्याशी के चलते अक्सर बैढन के जिला अस्पताल में नर्सों से बतियाते नजर आते हैं जिसके चलते पूरी की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था गर्त में चली गई है
कई डॉक्टरों पर छेड़छाड़ का लगा चुकी आरोप !
स्टाफ नर्स कीर्ति सिंह ने अपने सहकर्मी नर्स के ऊपर आरोप लगाया है कि यह पहले भी एक डॉक्टर के ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगा चुकी है! उस दौरान भी स्टाफ नर्स पर दबाव बनाया जा रहा था कि उसके सहयोग में छेड़छाड़ की उसकी गवाह बने। गवाह ना बनने पर स्टाफ नर्स कीर्ति सिंह के ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा था और किसी संगीन मामले में भी कूट रचित किसी मामले में फंसाने की भी कोशिश की जा रही थी।
2 Comments
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