सीधी — आधा सावन बीत चुका है और इस दौरान जिले में हो रही लगातार बारिश अब सीधी के लिए आफत बन गई है। जिले के छोटे बड़े नदी नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रो में भारी नुकसान हुआ है। पानी में कई मकान पूरी तरह से ढह गए। भारी बारिश के चलते नदी में बाढ़ आ गई है, नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। बाढ़ के चलते बम्हनी, चौपाल, कोठार, मझौली, कुसमी, सिहावल, रामपुर नैकिन, मजगवां, मड़वास के गाँव में ग्रामीणों के फंसे होने व घरों के टूटने की खबर जिले के कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान पंकज कुमावत को मिली। उन्होंने तत्काल प्रशासनिक अमले को मौके पर रवाना किया व हरसम्भव प्रयास कर फंसे हुए ग्रामीणों को निकालने की हिदायत देने के साथ खुद कलेक्टर, एसपी ने मोर्चा संभाला।
राहत बचाव कार्य जारी
जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम जलभराव वाले गांव देवगढ़, चौपाल पवई, बड़ा शिव मंदिर ग्रामीणों की सुरक्षा में लग गई है। जहां मौके पर अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली, एडिशनल एसपी अंजूलता पटले एवं एसडीओपी चुरहट थाना प्रभारी रामपुर नैकिन तहसीलदार द्वारा डूब प्रभावित घरों का निरीक्षण कर विस्थापित लोगों को सुरक्षित स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में ठहराया गया है।जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को हिदायत दी गई है कि पानी वाले इलाके में ना जाएं तथा नदी, नालों, तालाबों से दूर रहें हालांकि संवेदनशील जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मौके पर रवाना हुए कलेक्टर, एसपी
जिले के कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान पंकज कुमावत ने जिले के अन्य जगहों पर अपना दल रवाना करते हुए खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाले हुए हैं। जहां जिले के दोनों प्रशासनिक अधिकारी जिले भर में जलभराव प्रभावित इलाके में मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्यों का जायजा ले रहे हैं तथा विस्थापित लोगों को खाने पीने की पूरी सुविधा उपलब्ध मुहैया कराई जा रही है।
सीधी-कुसमी मुख्य मार्ग रहा अवरुद्ध
जिले से 80 किलोमीटर दूर कुसमी जनपद पंचायत अंतर्गत मंगलवार देर रात्रि से लगातार बारिश होने के कारण समस्त नदी नाले उफान पर हैं। बारिश के कारण कोतमा सहित कई गांव के कच्चे घर ढ़ह गए एवं कई घरों में पानी घुस गया। वहीं लगातार बारिश के कारण ग्राम पंचायत ठाड़ीपाथर स्थित नेउर नदी उफान पर देखी गई, जिससे सीधी कुसमी मार्ग घण्टो बाधित रहा। यात्री बसों सहित कई वाहन घण्टो बाढ में फंसे रहे, जोरदार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर थे यातायात व्यवस्था ठप्प रहा।
परीक्षा से बंचित हुये छात्र
शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमी को नवोदय चुरहट प्रतियोगी परीक्षा का परीक्षा केन्द्र बनाया गया था, कल बुधवार को आयोजित की गई इस परीक्षा में बारिश के कारण नदी नाले उफान पर पुल के ऊपर से पानी निकलने के कारण 11 बजे से नवोदय चुरहट की परीक्षा संचालित होनी थी जिसमें दर्जन भर से अधिक छात्र छात्रायें परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित हो गए हैं।
कलेक्टर, एसपी ने की अपील
जिले के कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान पंकज कुमावत ने जिले की जनता से अपील करते हुए कहा कि जलभराव जैसी जगहों पर नदी नालों तालाब के किनारे ना जाएं तथा किसी भी अप्रिय घटना के लिए तत्काल जिला एवं पुलिस प्रशासन को सूचित करें। हालांकि जिलेभर की टीम राहत बचाव कार्यों में लगी हुई है जिसकी मॉनिटरिंग कलेक्टर के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली कर रहे हैं तो वहीं पुलिस कप्तान पंकज कुमावत के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजूलता पटले पूरे अमला के साथ मोर्चा संभाले हुए डटी हुई हैं।
बढ़ौरा शिव मंदिर पहुंच मार्ग पूरी तरह बंद
हमारे सेमरिया संवाददाता उपेंद्र मिश्रा से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सेमरिया क्षेत्र में झमाझम बारिश से कई गांव प्रभावित हुए हैं। बढ़ौरा शिव मंदिर के पुल के लगभग 4 फीट ऊपर पानी बह रहा है। शिव मंदिर पहुंचने वाला दोनों तरफ से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। पूरे मंदिर प्रांगण से 200 मीटर दूर में पानी ही पानी दिख रहा है। पुल के ऊपर पानी चढ़ने से शिव मंदिर की कई दुकानें भी बह गई हैं। बढौरा शिव मंदिर में लगी हुई अन्य दुकानों पर खतरा मंडरा रहा है। जिसकी वजह से दर्शन करने वाले यात्रियों को खतरा हो सकता है। मंदिर के प्रभारी निम्लेश सिंह ने सभी दर्शन करने वालों से आग्रह किया है कि 48 घंटे तक बढौरा शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए ना आएं अपने जान की सुरक्षा रखते हुए पुल के ऊपर प्रवेश ना करें।
गुलाब सागर डैम के खोले गए गेट
अतिवृष्टि के कारण गुलाब सागर डैम के भरने के कारण उसके तीन गेट खोले गए हैं। डैम में जलभराव की स्थिति पर सतत निगरानी रखी जा रही है। कलेक्टर श्री चौधरी तथा पुलिस अधीक्षक श्री कुमावत द्वारा गुलाब सागर बांध का निरीक्षण अवलोकन किया गया। उन्होने कार्यपालन यंत्री को स्थिति पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं तथा गेट खोलने की स्थिति में प्रभावित ग्रामों को समय से सूचित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारी रखें।