Male and female Desire: अक्सर लड़के और लड़कियां आपस सेक्स को लेकर डिस्कस करते हैं उन्हें लगता है कि सेक्स में महिलाओं को ज़्यादा आनंद आता है या पुरुषों को? इसका जवाब दो तरह से दिया जा सकता है- पौराणिक कथाओं और आधुनिक विज्ञान के माध्यम से समझा जा सकता है।
Male and female Desire: बता दे कि एक कथा मिलती है महाभारत में, राजा भंगस्वाना की और दूसरी कहानी ग्रीक पुराणों से है। तो, इस सवाल के जवाब में आलेख का पहला हिस्सा, जहां हिंदू और ग्रीक पौराणिक कथाओं का सहारा लिया गया। राजा भंगस्वाना इंद्र के श्राप से एक स्त्री के रूप में बदल गए थे जिसके बाद उन्होंने सौ पुत्रों को जन्म भी दिया। भंगस्वाना के कर्मों को देखते हुए भगवान इंद्र खुश हो गए। उन्होंने भंगस्वाना से कहा कि वह उन्हें वापस पुरुष बना सकते हैं। लेकिन उस युवती ने जवाब दिया, ‘मैं स्त्री रूप ही चाहती हूं। संभोग के दौरान एक स्त्री को पुरुषों के मुक़ाबले ज़्यादा आनंद आता है। यही वजह है कि मुझे यह रूप अधिक अच्छा लग रहा है।’
लड़कियां स्वभाव से शर्मीली होतीं हैं लेकिन सहवास की चाहत उन के अंदर भी तीव्र होती है जिसे वे बड़ी कुशलता से दबाये रखती हैं लेकिन एक बार खुलने के बाद उसे संभोग के आनंद की आवश्यकता लड़के से अधिक होती है । लड़कियों के मामले में उन्हें प्रकृति ने इस मामले में भाग्यशाली बनाया है कि वे चरमानंद यानी ऑर्गेज्म का मजा बार बार ( 10 बार तक भी ) ले सकती हैं । जब कि लड़कों को मल्टीपल ऑर्गेज्म का आनंद नही मिल पाता । लड़की जहां उत्तेजित होने पर कामुक बातें ,चुम्बन , मसाज, और किलटोरिस के सहलाने मात्र से ऑरगेज्म तक पहुँच जाती है वही लड़का घर्षण के बाद एक बार ही स्खलित हो कर इस खेल से बाहर हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि लड़की लड़कों की अपेक्षा चार गुना अधिक आनंद प्राप्त कर सकती है।