सिंगरौली 13 दिसम्बर। सोमवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी एनसीएल में दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस आइकॉम्स 2021 का उद्घाटन किया गया। विश्व ऊर्जा दिवस के अवसर पर आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में आईआईटी बीएचयू, वाराणसी नॉलेज पार्टनर के रूप में सहयोग कर रही है। यह कॉन्फ्रेंस हाइब्रिड मोड में आयोजित की जा रही है जिससे विश्व भर के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञ उपस्थित होकर या वर्चुअल माध्यम से जुड रहे हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार डॉ.अनिल कुमार जैन ने बतौर मुख्य अतिथि, वर्चुअल माध्यम से किया। अपने सम्बोधन में डॉ.अनिल कुमार जैन ने इस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए सीएमडी एनसीएल पीके सिन्हा एवं टीम एनसीएल को बधाई देतेहुए कहा कि ऐसे आयोजनों से वर्तमान समय में कोयला व ऊर्जा क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों व प्रमुख चुनौतियों की पहचान करने व भविष्य के लिए सतत् व बेहतर कार्ययोजना तैयार करने में मदद मिलेगी। डॉ.जैन ने कोयला उद्योग में नवीनतम तकनीकी के उपयोग, खनन प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण, ऊर्जा दक्षता व हरित खनन, अधिभार के बेहतर नियोजन, अनुसंधान और विकास में निवेश बढ़ाने, निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति के लिए स्वदेशी तकनीकी विकसित करने पर विशेष जोर दिया। उद्घाटन समारोह के दौरान बतौर संरक्षक बोलते हुए सीएमडी एनसीएल एवं एमसीएल प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस बदलते ऊर्जा परिदृश्य में कोयला उद्योग को एक नई दिशा देगी।
वर्ष 2023-24 तक कोल इंडिया की 1 बिलियन टन उत्पादन योजना के आलोक में, यहाँ से प्राप्त प्रासंगिक सुझाव बेहद अहम साबित होंगे। श्री सिन्हा ने यह भी कहा कि एनसीएल से संबद्ध सभी पावर प्लांट्स के पास आज पर्याप्त कोयला स्टॉक उपलब्ध है। इस दौरान अपर सचिव कोयला मंत्रालय, भारत सरकार एम नागराजू, निदेशक तकनीकी कोल इंडिया लिमिटेड विनय दयाल वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे। साथ ही भूतपूर्व सीएमडी इसीएल अब्दुल कलाम, भूतपूर्व उप खान सुरक्षा महानिदेशक राकेश कुलश्रेष्ठ, भूतपूर्व निदेशक वित्त एवं कार्मिक एनसीएल एनएन ठाकुर, भूतपूर्व निदेशक तकनीकी एमसीएल बबन सिंह, एनसीएल के निदेशक तकनीकी, संचालन डॉ.अनिंद्य सिन्हा, निदेशक वित्त एवं कार्मिक राम नारायण दुबे, निदेशक तकनीकी, परियोजना एवं योजना एसएस सिन्हा, पर्यावरण और वन मंत्रालय, भोपाल से एचवीसी चारी, आईआईटी बीएचयू से प्रोफेसर पीयूष राय,खनन व अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में एनसीएल के पदाधिकारी मौजूद रहे । इसके पूर्व प्रदर्शनी का भी उद्घाटन हुआ। साथ ही दो दिवसीय कान्फ्रेंस में करीब एक सैकड़ा से अधिक शोधपत्र अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्तुत किये जा रहे हैं।
विशेषज्ञ कर रहे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन खनन उद्योग में वर्तमान प्रथायें व नवाचार तथा इंडस्ट्री 4.0 चौथी औद्योगिक क्रान्ति के परिप्रेक्ष्य में खुली खदानों में खनन का भविष्य की थीम पर दिग्गज मंथन कर रहे हैं। इन दोनों विषयों के तहत बंद हो चुकी भूमिगत खदानों में कृषि उत्पादों के भंडारणए उत्पायदकता पर रोशनी इल्यूमिनेशन के प्रभाव, अधिभार हटाने की अभिनव रणनीति, स्मार्ट प्रौद्योगिकी की मदद से खनन में रियल टाइम सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली का विकास, कोयले के विभिन्न ग्रेडों के मिश्रण या पृथक्करण से राजस्व की बढ़ोत्तरी, सॉफ्टवेयर की मदद से सरफेस खदानों में हॉल रोड की डिज़ाइन और मॉडलिंग, पंपों का स्वचालन और ऊर्जा संरक्षण, खनन प्रक्रिया की निगरानी और सुरक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग, खदानों में डिजिटल पहल, तकनीकी की मदद से ट्रक डिस्पैच सिस्टम की बेहतरी व मशीनी बेड़े का बेहतर प्रबंधन जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जा रही है।
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