शाजापुर में आज लावारिस मवेशियों को लेकर जमकर बवाल देखने को मिला दरअसल शाजापुर जिले के बोलाई क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में 400 से ज्यादा लावारिस मवेशियों को लेकर 30 किलोमीटर पैदल चलकर शाजापुर जिला मुख्यालय पहुंचे, जब शहर की सड़कों पर इतनी बड़ी तादाद में लोगों ने गायों को देखा तो हर कोई चौक गया। बाद में पता चला कि बोलाई क्षेत्र के किसान कल जब एसडीएम से लावारिस पशुओं की शिकायत करने पहुंचे थे तो एसडीएम ने ही उन्हें लावारिस पशुओं को शाजापुर जिला मुख्यालय लाने की बात कही थी लेकिन जैसे ही यह किसान इन लावारिस मवेशी लेकर लालघाटी पहुंचे तो शहर के आसपास के किसानों ने मौके पर पहुंचकर आपत्ति जताई।
बता दें कि विरोध कर रहे स्थानीय किसानों का कहना था कि दूसरी जगह के किसान अपनी फसल बचाने के लिए वहां के मवेशियों को यहां लाकर छोड़ देंगे तो हमारी फसल को यह मवेशी नुकसान पहुंचाएंगे और इसी बात को लेकर किसानों के दो गुटों में जमकर कहासुनी हुई और विवाद मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस की मौजूदगी में ही किसान आपस मे भीड़ गये। हालांकि मौके पर मौजूद लालघाटी थाना क्षेत्र पुलिस ने जैसे तैसे इस विवाद को शांत कराया। बाद में स्थानीय किसानों की आपत्ति के बाद इन मवेशियों को वापस उसी जगह के लिये रवाना कर दिया गया जहाँ से इन्हें लाया गया था।
शाजापुर मुख्यालय स्थित आसपास के किसान चाहते थे कि इन आवारा पशुओं को वही वापस होना जाए जहां से नहीं लाया गया लेकिन आवारा पशु आ तो गए थे लेकिन इन्हें ले जाने के लिए अब किसान भी लापरवाही दिखा रहे थे ऐसी स्थिति पर इन मवेशियों को गोशाला में पहुँचाने का जिम्मा प्रशासन का था लेकिन इस पूरे मामले में जिला प्रशासन का रवैया बेहद चौंकाने वाला था,इस मामले में किसानों के दोनों पक्षो में प्रशासन के प्रति जमकर नाराजगी देखी गयी गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लावारिस मवेशी एक बड़ी समस्या है जो खेतों में खड़ी फ़सल को भारी नुकसान पहुँचाते है लेकिन जगह जगह गोशाला के निर्माण के बावजूद इन मवेशियों को रखने को लेकर अब तक कोई हल नही निकल पाया।