भोपाल— मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने बीजेपी में शामिल होने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए अफवाह फैलाने वालों को ट्वीट कर जवाब दिया है उन्होंने कहा कि उनके शरीर और परिवार के रक्त की एक-एक बूंद में कांग्रेसी विचारधारा का ही प्रवाह होता है दरअसल खंडवा लोकसभा सीट से वह उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, पार्टी की तरफ से या यूं कहें कि कमलनाथ की तरफ से उनका टिकट कंफर्म नहीं हुआ है. इस बीच उन्हें लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. इन चर्चाओं पर अरुण यादव ने खुद ही ट्वीट कर अफवाह फैलाने वाले लोगों को जवाब दिया है.
बता दें कि अटकलों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा है, ‘मेरी शरीर व परिवार के रक्त की एक एक बूंद में कांग्रेस विचारधारा का प्रवाह होता है। मुझ सहित समूचे परिवार के नाम के आगे “यादव” लिखा है “सिंधिया” नहीं। अलगाववादी ताकतों को मुंह की खाना पड़ेगी.
आपके जवाब ने @MPArunYadav जी सभी फिरकापरस्तों ताकतों की आवाजों को हमेशा के लिए खामोश कर दिया है ।
— Pratibha Raghuwanshi प्रतिभा रघुवंशी (@pratibhaiyc1) August 1, 2021
गर्व से कहो हम कांग्रेसी हैं। https://t.co/xcx497NIWd
उनके इस ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को टेग करते हुए लिखा कि शाबाश अरुण आपसे हम सभी को यही उम्मीद थी। इस ट्वीट के बाद अरुण यादव सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हुए। लोगों ने कमेंट भी किए।
शाबाश अरुण आपसे यही हम सभी लोगों की उम्मीद है। https://t.co/qJQBqz82pn
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 1, 2021
अरुण यादव के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए इंडियन यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रतिभा रघुवंशी ने लिखा है, ‘आपके जवाब ने @MPArunYadav जी सभी फिरकापरस्तों ताकतों की आवाजों को हमेशा के लिए खामोश कर दिया है’ गर्व से कहो हम कांग्रेसी हैं।
बता दे कि अरुण यादव राज्य में निकट भविष्य में होने वाले खंडवा लोकसभा उपचुनाव की तैयारी में जुटे हैं उनकी मजबूत दावेदारी मानी जा रही है लेकिन संगठन के अंदर खाने में उनकी दावेदारी को कथित तौर पर सता के गलियारे में चुनौती देने के के कयास लगाए जा रहे हैं। हाल ही में कमलनाथ ने खण्डवा लोकसभा सीट सहित अन्य विधानसभाओं में होने वाले उप चुनाव की तैयारियों और रायशुमारी के लिए मंथन किया। वहां के क्षेत्रीय नेताओं, मौजूदा एवं पूर्व विधायकों सहित अन्य पदाधिकारियों को बुलाया था, लेकिन यादव ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी। इससे उनके पार्टी छोडऩे की अटकलों को और बल मिला। कहा यह भी जा रहा है कि वह पार्टी से नाराज चल रहे हैं।
अरुण यादव कमलनाथ द्वारा रायशुमारी के लिए बुलाए गए बैठक में नहीं पहुंचने पर राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि क्या अरुण यादव भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के नक्शेकदम पर चलेंगे। अरुण यादव खंडवा से सांसद रह चुके हैं और उनके पिता एवं दिवंगत कांग्रेस नेता सुभाष यादव उप मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे थे। अरुण यादव के अनुज सचिन यादव पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में कृषि मंत्री का दायित्व संभाल चुके हैं। राजनीति में युवा चेहरा अरुण यादव अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का प्रतिनिधित्व भी करते हैं।