सिंगरौली– पीएम शिवराज सिंह चौहान सपनों का शहर सिंगरौली को भले ही सिंगापुर बनाने की बात कही लेकिन सिंगरौली वासियों को सप्ताह के 8 दिन महीने की 24 घंटे जान का खतरा मंडरा रहा है। इसकी मुख्य वजह है कि दो दशकों से बनी सड़कों का अभी तक चौड़ीकरण के नाम पर महज औपचारिकता ही हुई है सड़कों के मेंटेनेंस के नाम के बजाय लीपापोती तक सीमित होकर रह जाता है अधिकारी चौड़ीकरण के नाम पर कमाई का जरिया तलाशने लगते हैं यह आरोप लगाया है युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने।
बता दें कि शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले में आए दिन सड़क हादसों में सबसे अधिक हादसे कॉल परिवहन के वाहनों से हो रहे हैं इसके बाद भी इसे लेकर ना तो सांसद,विधायक और ना ही जिला प्रशासन कोई शुद्ध नहीं ले रहा जबकि प्रदेश में पिछले 18 वर्षों से भाजपा की सरकार है उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम शिवराज से लेकर उनके जनप्रतिनिधियों के द्वारा सिंगरौली जिले के विकास के बड़े-बड़े वादे और दावे किए जाते हैं बावजूद इसके यहां आज तक ना तो कुल वाहनों के लिए अलग मार्ग बनाया जा सका और ना ही सड़क मार्ग से जुड़ी व्यवस्थाओं को बेहतर किया जा सका। श्री चौहान ने कहा कि सीधी सिंगरौली सांसद रीति पाठक,सिंगरौली विधायक राम लल्लू वैश्य, देवसर विधायक सुभाष रामचरित वर्मा सीएसआर की फंडों में नजर गड़ाए हुए हैं। इन्हें किसी की जान की कीमत चंद रुपयों में दिखती है हादसों के बाद सौदेबाजी करते हैं इन्हें यह बिल्कुल नहीं पता कि एक जान की कीमत पैसों से नहीं तौला जा सकता।
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि जिले में संचालित कंपनियों के सीएसआर का फंड जिले की जरूरतों को पूरा करने के लिए खर्च करने के बजाय जिले के बाहर खर्च किया जा रहा है जबकि जिले में अब भी अक्सर एंबुलेंस से लेकर कई छोटी-बड़ी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समस्या देखने को मिलती है श्री चौहान ने कहा कि ऐसे हालातों में मेरा सवाल है कि सिंगरौली का यह कैसा विकास है जिससे सिंगरौली वासियों को सुविधा की बजाय अपनी जान का खतरा सता रहा है।