District Collector Amounts Of Salary, UPSC– भारत में कई युवा जो आईएएस (IAS) कलेक्टर बनने का सपना सजोते हैं। केवल चंद किस्मत वाले ही लोग अपने परिश्रम और लगन के दम पर देश के सबसे कठिन परीक्षा पास कर पाते हैं। और जब वह इस परीक्षा को पास कर जाते हैं तो ना केवल घर समाज में बल्कि देश प्रदेश में भी वह सुर्खियों में आ जाते हैं उनकी हर जगह चर्चा होने लगती है। आईएएस परीक्षा पास करने के बाद वह सरकार के व्यवस्थाओं से जुड़ जाते हैं। उन्हें सरकार द्वारा कुछ सुविधाएं मिलती हैं, जिससे वह अपनी ज़िम्मेदारियों को अच्छे से निभा सकें। यहां हम आपको एक आईएएस अधिकारी को मिलने वाले वेतन और अन्य सुविधाओं के बारे में बताएंगे।
जिला कलेक्टर की सैलरी – एक जिले के कलेक्टर (IAS) को जहां ढेर सारे अधिकार प्राप्त होते हैं तुम्हें अच्छी खासी सैलरी भी मिलती है। सैलरी देखे तो 2 ,50,000 रुपया तक मिलती है। जो की एक देश की शासन व्यवस्था को बनाने रखने वाले प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति की नहीं होती है। या यूं कहें कि सरकारी तंत्र में सबसे ज्यादा सैलरी कलेक्टर की होती है। अगर हम बात करे जिम्मेदारी की तो प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति की जिम्मेदारी व पावर एक कलेक्टर से कही 20 गुना ज्यादा होती है मगर वेतन कलेक्टर को ज्यादा मिलता है। ऐसे यदि आप के मन में यह ख्याल आ रहा है कि कलेक्टर बनकर ना केवल ढेर सारे अधिकार मिलेंगे बल्कि अच्छी खासी सैलरी मिलेगी।
इतनी होती है कलेक्टर ( IAS) की बेसिक सैलरी
देखा जाए तो लाखों युवा कलेक्टर बनने का सपना जरूर देखते हैं लेकिन उनमें से केवल 10 से 15% युवा साथी ही यूपीएससी परीक्षा क्वालीफाई करते हैं और कलेक्टर बन पाते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ यूपीएससी परीक्षा पास करने पर कलेक्टर ही बनते हैं यदि परीक्षा परिणाम के रैंकिंग कम हुई तो एसडीएम तहसीलदार इनकम टैक्स आदि पोस्ट यूपीएससी भर्ती परीक्षा द्वारा ही किया जाता है अगर हम बात करें कि यूपीएससी परीक्षा क्वालीफाई करने वाले युवाओं की सैलरी की तो उनकी सैलरी स्टार्ट ही 56000 रुपए से होती है। साथ ही उनको अलग से मकान का किराया गाड़ी भत्ता भत्ता सहित अन्य सुविधाएं भी मिलती है सुविधाएं भी ऐसी कि देखने वाला बस देखता ही रहे।
UPSC देश का सबसे बड़ा बोर्ड
UPDC परीक्षा देश का सबसे बड़ा बोर्ड है,देश के करीब 1 लाख युवा साथी हर साल भर्ती परीक्षा में पेपर देने की तैयारी करते हैं लेकिन इसके पेपर इतने कठिन हैं कि आम युवा इस परीक्षा को पास नहीं दे सकते। बहुत अनुभव वाले युवा इस चयन परीक्षा को पास कर सकते हैं, फिर इन युवाओं का साक्षात्कार भी लिया जाता है। तब कहीं जाकर लोग कलेक्टर बन पाते हैं।
कलेक्टर के प्रमुख दायित्व
- कलेक्टर भूमि का मूल्यांकन करता है, राजस्व अधिकारी होता है
- भूमि संबंधी विवादों का निपटारा सहित भूमि अधिग्रहण करने का काम करता है
- भूमि राजस्व का संग्रहण, भूमि रिकार्डों का रख-रखाव, भूमि सुधार व जोतों का एकीकरण कराता है।
- आयकर, उत्पाद शुल्क, सिंचाई बकाया को वसूलने का काम करता है।
- बाढ़, सूखा और महामारी जैसी प्राकृतिक आपदाओं से आम नागरिकों को बचाने की जिम्मेदारी भी होती है ।
- बाह्य आक्रमण और दंगों के समय सुरक्षा प्रदान करता है धारा 144 प्रभारी रूप से लागू करना, कृषि ऋण का वितरण करता है
- जिला बैंकर समन्वय समिति का अध्यक्षता करने का काम करता है।
- जिला योजना केंद्र की अध्यक्षता करता है, साथ ही रेड क्रॉस सोसाइटी का अध्यक्ष होता है जो हम लोगों के स्वास्थ्य पर खर्च किए जाते हैं।
- ऐसे व्यक्ति जो लगातार गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं उनके ऊपर जिला बदर की कार्यवाही की जिम्मेदारी भी कलेक्टर पर होती है।