मामला नगर निगम सिंगरौली का,पीडि़ता ने एसपी से की फरियाद
सिंगरौली 6 दिसम्बर। प्रधानमंत्री आवास के नाम पर जमकर नगर निगम में कमीशन खोरी चल रही है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जहां बलियरी निवासी एक पीडि़ता से विकास जायसवाल ने पीएम आवास दिलाने के नाम पर 2 लाख रूपये ऐंठ लिया है। नगर निगम के अधिकारियों से फरियाद करते थक गई महिला पुलिस अधीक्षक के यहां शिकायत करते हुये न्याय की गुहार लगाई है।
बलियरी निवासी मंजू देवी पति ताराचंद्र कादू ने पुलिस अधीक्षक को दिये शिकायती पत्र में कहा है कि किराये के मकान में जीवन यापन करती हूं। प्रधानमंत्री आवास के लिये नगर निगम में गई थी जहां विकास जायसवाल के द्वारा बोला गया कि 2 लाख 65 हजार रूपये जमा करना होगा। इसके बाद आवास मिलेगा। तब पीडि़ता ने 22 नवम्बर 2021 को 2 लाख रूपये जमा कर दी और शेष राशि 65 हजार रूपये की और मांग विकास जायसवाल के द्वारा की गई और कहा गया कि अधिकारियों, कर्मचारियो को देना पड़ता है। तब महिला ने कहा कि जुगाढ़ करके देते हैं। जहां विकास जायसवाल के द्वारा कहा गया कि तीन-चार दिन बाद नगर निगम में आना और अपनी तो रसीद और आवास की चाभी प्राप्त कर लेना। तीन-चार दिन बीतने के बाद जब महिला नगर निगम गई तो विकास जायसवाल से मुलाकात नही हुई,फिर मोबाइल नम्बर पर फोन किया गया तो फोन ही रिसीव नही किया। अब तो महिला का 2 लाख रूपये भी गया और प्रधानमंत्री आवास भी नही मिला। अंतत: महिला परेशान हाल होकर पुलिस अधीक्षक के यहां शिकायत करते हुये रकम वापस कराये जाने की मांग की है।
आधा दर्जन गरीबों को लगा चुका है चूना
सूत्रों के मुताबिक मंजू देवी अकेले महिला नहीं है। प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर करीब आधा दर्जन गरीबों को चूना लगाये जाने की खबर है। नगर निगम में ही चर्चा है कि सक्रिय दलालों ने इस तरह का ही हिमाकत किया है और रकम ऐंठकर गायब हो गये हैं। हालांकि अब जब मंजू की शिकायत एसपी सहित अन्य अधिकारियों के यहां पहुंची है तो नगर निगम अमला भी हरकत में आया है। आखिर विकास जायसवाल कौन है आओ इसका पता लगायें। तलाश के लिए ननि अमला सक्रिय हो गया है।
इनका कहना है
महिला की शिकायत आई है जांच कराई जायेगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
वीरेन्द्र सिंह,पुलिस अधीक्षक,सिंगरौली
इनका कहना है
महिला नगर निगम में आई थी और मुझसे मिली थी पूरी घटना की जानकारी दी। ननि में दस्तावेज खंगाले गये किन्तु ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला। जिससे रिपोर्ट करने के लिए महिला को एसपी दफ्तर जाने के लिए बोल दिया गया। ऐसे लोगों से नगर निगम में कोई संबंध नही है।
आरके जैन,कार्यपालन यंत्री,नगर निगम सिंगरौली