Khargone Violence: मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा पर दिल को झकझोर करने वाली घटना सामने आने के बाद पुलिस एक्शन में है। 11 अप्रैल की हिंसा के बाद से राज्य सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है और अवैध जमीन पर बने आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया. लेकिन अब एक ऐसा मामला सामने आने के बाद शिवराज सरकार पर विपक्ष के नेताओं के साथ लोग बरस रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार ये कैसा न्याय कर रही है। बुलडोजर चलाने से पहले सच तो जान लेते।
बता दें कि शिवराज की पुलिस ने जिस वसीम शेख को पत्थर बाज बताकर केस दर्ज किया और उसकी दुकान (गुमटी) को ढहा दिया उसके दोनों हाथ ही नहीं हैं। वसीम शेख के दोनों हाथ 2005 में कट गए थे। वो बिजली के करंट की चपेट में आ गया था। इस हादसे में उसे गहरी चोट लगीं और दोनों हाथ काटने पड़ गए। शेख के परिवार में पांच लोग हैं, और ये सभी इसी दुकान की आमदमी से अपना पेट भरते थे. लेकिन अब उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. वो दो बच्चों का पिता है। प्रशासन की कार्रवाई सरासर गलत है।
दावा है कि पुलिस ने हिंसा और पत्थरबाजी का आरोपी बताकर वसीम शेख की दुकान पर बुलडोजर चला दिया था लेकिन अब वह सामने आए हैं और पूरी आपबीती बयान की है. जानने वाली बात यह है कि वसीम शेख के दोनों हाथ नहीं हैं और वह अपनी छोटी सी दुकान से किसी तरह वह अपना व अपने परिवार का गुजारा करते थे. लेकिन प्रशासन ने उन्हें हिंसा और पथराव का आरोपी बताकर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है.
इन्होंने पत्थरबाजी की? -कानून का पालन हुआ? pic.twitter.com/8G43zvrjgZ
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 18, 2022
कांग्रेस नेता बी श्रीनिवास ने वसीम का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करके शिवराज सिंह चौहान से ट्वीट कर पूछा कि क्या वाकई उसने पत्थर फेंके थे। उनका कहना था कि सरकार ने जिस तरह से आंखें बंद करके बुलडोजर चलाया वो वसीम की हालत से जाहिर हो रहा है। वो कैसे परिवार का पेट पाल पाएगा। इमरान प्रतापगढ़ी ने पूछा कि जिस शख्स के पास हाथ ही नहीं है उस पर भी इल्ज़ाम है पथराव का। खरगौन में नंगा नाच हो रहा है।
इनका नाम वसीम है, इनके दोनों हाथ कई वर्षों पहले ही कट चुके है, छोटे-छोटे बच्चे है ।
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 18, 2022
शिवराज सरकार के मुताबिक इन्होंने पत्थर फेंके इसलिए इनकी गुमटी पर बुलडोजर चलाया गया,
इंसानियत, सरकार, कानून, प्रशासन, क्या हर कोई नफरत की आग में अंधा हो चुका है? pic.twitter.com/xEFNpppsKc
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शेख की फोटो ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की हिन्दुत्व विचारधारा में इंसानियत के लिए कोई जगह नहीं है. यह राज्य सरकार के कानून के हथियार हैं जिन्हें काट दिया गया है. गरीब लोगों को गरीब और बेघर बनाकर वह अपनी ताकत दिखाता है. इन पर मुस्लिम समुदाय को सामूहिक तौर पर सजा देने की सनक सवार है.’
BJP’s Hindutva ideology has no place for humanity. It’s the State Government’s arms of Law that have been amputated. It feels powerful after making poor people poorer & homeless. It has an obsession with giving extrajudicial collective punishment to the Muslim community https://t.co/qc0OKNjTti
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 18, 2022
वसीम शेख की पुलिस ने गिराई दुकान
पुलिस की कार्रवाई के बाद पीड़ित वसीम शेख ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने बताया कि वह तो पानी पीने तक के लिए दूसरों पर निर्भर हैं तो दंगाई कैसे हो सकते हैं. अवैध निर्माण गिराने पर शेख ने कहा कि अगर मेरी दुकान अवैध कब्जे पर भी बनी थी तो पुलिस को कार्रवाई से पहले नोटिस देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस पहले से जानकारी देती तो मेरी रोजी-रोटी का सहारा बच सकता था.
जिस शख्स के पास हाथ ही नहीं है उस पर भी इल्ज़ाम है पथराव का।
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) April 18, 2022
खरगौन में तानाशाही का नंगा नाच हो रहा है pic.twitter.com/6fjC5o8fej