सिंगरौली 17 अप्रैल। मध्य प्रदेश का सबसे प्रदूषित जिला सिंगरौली बन चुका है यहां की आबोहवा जहरीली हो चुकी है ऐसे में लोगों की चिंता बढ़ना लाजमी है लेकिन बढ़ते प्रदूषण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लापरवाह बना हुआ है.
जिले में एयर प्रदूषण का दायरा व एआईक्यू वैल्यू लगातार बेहद खतरे से बाहर जा रहा है। सुबह-शाम ऊर्जाधानी में कोहरे जैसे धुंध छा जाने से सभी की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। एयर प्रदूषण से कैसे निजात मिले इसके लिए ठोस रणनीति बनानी होगी। वर्ना एयर प्रदूषण सबके लिए आगे आने वाले दिनों में बेहद घातक साबित हो सकता है।
दरअसल डेढ़ महीने से जिले में एयर प्रदूषण का एआईक्यू वैल्यू बेहद चिंताजनक है। जिला प्रशासन इस वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कुछ प्रयास किया है, लेकिन वह नाकाफी लग रहा है। आंकड़े बताते हैं कि जिले में वायु प्रदूषण कहीं भविष्य में बेहद खतरनाक रूप न धारण कर ले इसके लिए कोई ठोस नतीजा निकालना पड़ेगा। आलम यह है कि आज रविवार को भारत सरकार के पोर्टल एनसीडीसी द्वारा जारी सीपीसीबी के अनुसार सिंगरौली का एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 354 पहुंच गया है। जिले में एयर प्रदूषण का यह एआईक्यू वैल्यू बढऩे का सिलसिला करीब डेढ़ महीने से चल रहा है।
कलेक्टर ने पिछले सप्ताह एयर प्रदूषण से निपटने के लिए जिला अधिकारियों की एक बैठक लेकर सख्त कदम उठाने के लिए निर्देशित किया था। दो-चार दिन तक अधिकारी सड़क पर उतरे और लगा कि एयर प्रदूषण पर कुछ हद तक नियंत्रण पा लेंगे। जैसे-जैसे तपिश बढ़ रही है उसी गति से एयर प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। इस पर कब नियंत्रण होगा इस बात को लेकर हर कोई व्यक्ति चिंता जाहिर कर रहा है। प्रदूषण से निपटने के लिए सिंगरौली का प्रदूषण नियंत्रण सरकारी अमला क्या कर रहा है उसकी क्या रणनीति है अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। आरोप लगाये जा रहे हैं कि एयर प्रदूषण से निपटने के लिए सिंगरौली के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी, कर्मचारी केवल कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं। इस मुद्दे पर अभियान चलाने से परहेज कर रहे हैं। इसको लेकर तरह-तरह के सवाल भी खड़े किये जा रहे हैं। प्रदूषण फैलाने वाले आटो मोबाइल्स, कोल परिवहन व अन्य स्त्रोतों पर क्या कदम उठाये जा रहे हैं? और तक क्या कार्रवाई की गयी है इसका सही जबाव भी उक्त विभाग से नहीं मिल पा रहा है। फिलहाल जिले में लगातार बढ़ रहे एयर प्रदूषण सबके लिए चिंता का शबब बनता जा रहा है। एक्यूआई वैल्यू बेहद खराब स्थिति में है।