सीधी – भले ही प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान नदियों को बचाने के लिए करोड़ो रूपए पानी की तरह बहा रहे है और नर्मदा सेवा यात्रा निकालते है और प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन नहीं होने का दम भरते हैं लेकिन सीधी जिले में खनन माफिया नदियों को चीर कर करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहा है। यह सब जिला प्रशासन के नाक के नीचे दिन रात हो रहा है।
बता दे की यह तस्वीर सीधी जिले के निधपुरी व गोतरा नदी का है।यहां शिवराज सरकार व एनजीटी के नियमो को रौंदते हुए नदियों की धारा को मोड़ दिया गया हैं। पोकलैन मशीन से नदी के बीचो-बीच सड़क बनाकर हाइवा में रेत की ओवरलोडिंग की जा रही है।तो इस तरह से कुसमी थाना क्षेत्र के निधपुरी व गोतरा नदी से एक दिन मे इतनी रेत निकाली जाती है कि एक दिन में 100 से ज्यादा हाईवा व डम्फर भर जाते है और यह सारा काम इतनी बेफिक्री से जैसे कानून है नही या फिर किसी भी कानून का खौफ है ही नही। हां कांग्रेस आरोप लगाती है कि यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है।
यह कहना गलत बिल्कुल नही होगा कि बेतहासा नदियों को चीरा जा रहा है।इस अवैध खनन की जानकारी सभी को है लेकिन जिले में बैठे सरकार के नुमाइंदे स्टाप की कमी का रोना रोकर पल्ला झाड़ लेते हैं। लेकिन जो हमारे रिपोर्टर या फिर ग्रामीणों को दिख रहा है वह प्रशासनिक महकमे को नहीं दिखता या फिर देखना नहीं चाहते। सूत्र बताते हैं कि रेत माफिया हर महीने खाकी और खादी को चढ़ोत्री चढ़ाकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाते हैं यही वजह है कि रेत खनन का कारोबार ना केवल रात में बल के दिन के उजाले में धड़ल्ले से किया जाता है।