MP Omicron Fear: : 1 नवंबर से अब तक करीब 400 लोग व्यावसायिक राजधानी इंदौर आ चुके हैं, जिनमें से 99 का पता नहीं चल पाया है.
MP Omicron Fear: : नए कोरोनोवायरस वेरिएंट ओमाइक्रोन से खतरे के बीच, मध्य प्रदेश के सरकारी अधिकारी विदेशों से आगंतुकों की तलाश में कूद पड़े हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 1 नवंबर तक राज्य की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में लगभग 400 लोग पहुंचे थे, जिनमें से 99 लोग लापता है। लापता लोगों को तलाशने में स्वास्थ्य महकमा सहित प्रशासनिक अधिकारियों को पसीने छूट रहे हैं तो वही सरकार सहित प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा है।बता दें कि यूएसए, यूके, नॉर्वे, स्वीडन से इंदौर आए हैं, जबकि अन्य दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई और गोवा से आए हैं। इंदौर में कोविड परीक्षण के लिए उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे अधिकारियों ने उसे खोजने के तरीके सुझाने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
भोपाल में सरकार व प्रशासन अमला अलर्ट
राजा भोज हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी अनिल विक्रम ने कहा कि इसी तरह भोपाल के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है जबकि रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर आरटी-पीसीआर परीक्षण किए जा रहे हैं। भोपाल के राजा भोज हवाई अड्डे के एक अधिकारी के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों से औसतन 1,500 लोग शहर के लिए उड़ान भरते हैं। भोपाल जाने वाले हर यात्री का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। ये लोग अमेरिका, UK, नॉर्वे, स्वीडन आदि देशों से दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, गोवा होते हुए इंदौर पहुंचे हैं। इनकी सैंपलिंग के लिए 38 टीमें जुटी हैं। हर टीम में एक डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स व एक लैब टेक्नीशियन हैं। करीब एक हफ्ते में इनमें से 216 लोगों के RTPCR सैंपल लिए गए। बताया जाता है कि ये सभी नेगेटिव हैं, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। खास बात यह है कि अन्य 99 लोग तो ऐसे हैं, जो इंदौर आए लेकिन अब कहां हैं, इनकी लोकेशन का अभी पता नहीं लग पा रहा है।
वेरिएंट Omicron State की पुष्टि नहीं हुई है।
हालांकि ओमाइक्रोन, कोविड-19 का एक नया रूप है, अभी तक राज्य में आधिकारिक तौर पर इसकी सूचना नहीं दी गई है, लेकिन कुछ पड़ोसी राज्यों जैसे महाराष्ट्र और राजस्थान में इसके बढ़ने से मध्य प्रदेश सरकार को सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त निगरानी में रखा गया है। हालांकि, राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश के आस-पास के राज्यों से यात्रा करने वाले लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है, जहां ओमाइक्रोन संस्करण की पहचान की गई है। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
3.46 लोग नहीं पहुंचे वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने
कलेक्टर ने कहा, अभी उन प्रतिष्ठानों को केवल सील किया जा रहा है जिनके कर्मचारियों ने तय समय सीमा बीतने के बावजूद कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक नहीं लगवाई है। अगर ये हालात नहीं सुधरे, तो संबंधित नियोक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।अधिकारियों के अनुसार इंदौर में 30.82 लाख पात्र लोगों को महामारी रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और उनमें से 24.87 लाख को दूसरी खुराक मिल चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि समय सीमा के बावजूद जिले में करीब 3.45 लाख लोग दूसरी खुराक लेने के लिए टीकाकरण केंद्र नहीं पहुंचे.