सीधी — रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के शारदा पटना गांव में हृदय विदारक बस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है रेस्क्यू के दौरान बाणसागर की मुख्य नहर से मंगलवार को जहां 47 साल निकाले गए थे वहीं दुर्घटना के 24 घंटे बाद बुधवार को घटनास्थल से 20 किलोमीटर दूर टीकर गांव के पास से 5 माह की एक मासूम समेत चार सौ बरामद किए गए हैं डीआईजी अनिल सिंह कुशवाहा ने बताया कि मृतकों की पहचान सौम्या गॉड पिता हरिप्रसाद देवसर निवासी देवसर सिंगरौली दीपेश प्रजापति पिता दीनदयाल उम्र 20 साल निवासी सवारी स्वाति प्रजापति पिता मनोज प्रजापति, निवासी 84 क्वार्टर खुशबू पटेल पिता वंश पथ निवासी पचोखर के रूप में पहचान की गई है पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं जबकि अभी 3 यात्री लापता है.
बुधवार को गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के भीतर गांव में हुए हादसे में 5 माह की मासूम सौम्या की मासूम भाई और मौसी आशा गोड़ के शव पहले ही मिल चुके हैं। मासूम भाई अपनी बेटी और बहन के साथ बस से एन एन एम की परीक्षा देने सतना आ रही थी हादसे में सामने जहां मां की गोद में शक्कर खेड़ी की से बाहर चली गई थी वही मां मौसी के साथ बस में ही फंस कर रह गए थे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान हृदय विदारक घटना से नाराज होने के साथ अब जिम्मेदारों का चाबुक चलाया है इस घटना के बाद एमपीआरडीसी के मनोज जैन, एजीएम अमित नारगेसे, मैनेजर डीपी तिवारी और सीधी के प्रभारी आरटीओ एसपी दुबे को निलंबित कर दिया है. इससे पहले सीएम ने सर्किट हाउस में संभाग स्तरीय बैठक लेकर हादसे के कारणों की समीक्षा की है . समीक्षा में यह तथ्य सामने आए हैं कि अगर रीवा अमरकंटक स्टेट हाईवे चुहिया घाटी की जर्जर हालत और वहां जाम की स्थिति नहीं होती तो संभवत घटना को टाला जा सकता था स्टेट हाईवे इस सेक्शन का मुख्यालय शहडोल में है।