Sidhi – सीएम शिवराज सिंह चौहान भले ही मध्यप्रदेश में सुशासन का दावा करते हैं लेकिन सीधी जिले में ऐसा बिल्कुल नहीं है यहां शिक्षा विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति कर दी है.पिछले 15 जनवरी को कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक में मामले को गंभीरता से लेते हुए समय पर जवाब मांगा था लेकिन आज तक पी एल में लगे मामलों की अनीता का निराकरण नहीं किया गया. जिला शिक्षा अधिकारी ने आनन-फानन में नियुक्ति आदेश जारी कर दिया गया.Sidhi
बता दें कि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा संविदा सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर की पद विरुद्ध सेवा के लिए जाने का आदेश 10 दिसंबर 2001 को जारी किया गया था पत्र में स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया गया था कि पत्रों को अधिक्रमित करते हुए वर्ष 2012-13 से आदतन शासकीय माध्यमिक विद्यालय से शासकीय हाई स्कूल हायर सेकेंडरी में उन्नत विद्यालयों में एवं मॉडल स्कूलों में स्वीकृत संविदा सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर आउट सोर्स पर रखे जाने के लिए पत्र जारी किए गए थे.Sidhi
न्यायालय में विचाराधीन लोगों की कर दी नियुक्ति
शिक्षा विभाग में भरने शाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विभाग ने ऐसे लोगों को नियुक्ति दे दिया जिनका प्रकरण पहले से ही न्यायालय में विचाराधीन है दरअसल राज्य शासन द्वारा जेम पोर्टल के माध्यम से ऑपरेटरों की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए थे लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने नियमों को ठेंगा दिखाते हुए अपने बेटों सहित सगे संबंधियों को नियुक्ति दे दी.
बता दे की अनियमितता सामने आने के बाद तत्कालीन कलेक्टर अभिषेक सिंह द्वारा नियुक्ति रद्द करते हुए भुगतान की गई राशि की वसूली के आदेश जारी किए गए थे बावजूद आज तक वसूली नहीं हो पाई अबे यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है जिन लोगों का प्रकरण न्यायालय में प्रचलन में है शिक्षा विभाग ने उन्हीं की नियुक्ति कर दी.Sidhi
स्कूलों में ना बिजली ना कंप्यूटर
इन हाई स्कूल व हायर सेकेडरी स्कूलों में कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति करनी थी जहां पहले से बिजली कनेक्शन के साथ कंप्यूटर उपकरण उपलब्ध है. सूत्रों की माने तो जिला शिक्षा अधिकारी सुविधा शुल्क लेकर उन स्कूलों में भी नियुक्तियां कर दी गई जिसने आज तक बिजली पहुंची ही नहीं.Sidhi
नहीं ली गई दक्षता परीक्षा
किसी भी पद में आवेदन मांगने के बाद अभ्यर्थियों की योग्यता परीक्षा लेनी थी की आवेदन कर्ता को कंप्यूटर का संचालन करना आता है या नहीं उसके बाद ही नियुक्ति देनी थी लेकिन इस नियुक्ति में किसी तरह की दक्षता परीक्षा नहीं ली गई. सूत्र बताते हैं कि डाटा एंट्री ऑपरेटर नियुक्ति में अभ्यर्थियों से रिश्वत लेकर नियुक्त किया गया है.Sidhi