सिंगरौली। यहां सब कुछ संभव है। रनिंग ऑफ माइन की जगह स्टीम कोयला चाहिए मिलेगा, बस कुछ खर्च कर दीजिए। कोयला तब भी पेलोडर से ही लोड किया जाएगा, लेकिन उससे पहले मजदूरों की टोली कोयले के अंबार से चुन-चुन कर बेहतर कोयला अलग कर देगी। इसके लिए ज्यादा नहीं, बस प्रति गाड़ी 5000 रुपये रख दीजिए। सीधा सा हिसाब NCL कें ब्लॉक बी गोरबी व जयंत परियोजना के डंप का है। मंजूर नहीं तो फैसला आपका। हालांकि कुछ कारोबारियों को यह भी मंजूर न हुआ। परिणाम कोयला लोड करने आए आधा दर्जन ट्रक परेशान है । आखिर शिकायत करें भी किससे, जब कंपनी का ही एक बाबू इस सुविधा का पैरोकार हो। यह स्थिति तब है, जबकि यहां आउटसोर्सिंग का कोयला स्टॉक किया जा रहा है। यानी ऊपरी कमाई की भी व्यवस्था कर ली गई है। ब्लॉक-B में कटमनी की व्यवस्था परवान पर है।
बता दें कि यहां यदि आप को #Quality Coal चाहिए तो इसके लिए अलग से चढ़ावा देना पड़ेगा। महंगाई के इस दौर में गोरबी ब्लॉक बी व गोरबी कांटा इंचार्ज नो प्रॉफिट नो वर्क पर काम कर रहे हैं। अब यदि उन्हें प्रॉफिट नहीं हुआ तो सामने वाले का नुकसान तय हैं। इस काम के लिए उनका सबसे कारकाख बाबू वसूली में लगा है प्रति गाड़ी 5000 हजार रुपए मिलने के बाद ओवरलोड स्ट्रीम कोयला ले जाने की भी छूट है लेकिन यदि कटमनी नहीं मिला तो फिर चूरा व घटिया कोयला लोडिंग होना तय माना जाता है । गोरबी कांटा में कोयला क्वालिटी चोर बाबू कुछ इसी काम के लिए अधिकृत हैं।
जयंत के कांटा नंबर 4 में चल रहा खेल
एनसीएल की विभिन्न कोयला खदानों में कोल माफियाओं द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए आये दिन कोयला व डीजल की चोरी कर बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी की जा रही है। वहीं जयंत कांटा नंबर 4 में कांटा इंचार्ज नीतीश भी इन दिनों खूब चर्चाओं में है साहब के कारनामे यूं तो उजागर नहीं है लेकिन सुर्खियां खूब बटोर रहे हैं। सूत्रों की माने तो साहब भी गुलाबी गुलाबी रंगो के भक्त हैं गुलाबी रंग देखकर इनका चेहरा भी गुलाब जैसा हो जाता है फिर आउटसोर्सिंग का कोयला मन मुताबिक लोड कराया जाता है।
कोयला पासिंग का खेल
कोयला माफिया एनसीएल की खदानों से कोयला निकालकर पासिंग का खेल खेल रहे है। खदानों से कोयला निकलते ही डीओ की आड़ में फर्जी कागजातों के सहारे चंदासी मंडी को पहुंचाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो प्रतिदिन लाखों रुपये के वारे न्यारे किये जा रहे है। पासिंग का खेल बहुत पुराना हो चुका है।आये दिन एनसीएल की निगाही,अमलोरी,जयंत, बीना, ककरी, कृष्णशिला, खडिय़ा, दुद्धीचुआ, आदि परियोजनाओं से कोल माफिया बड़े ही सुनियोजित ढंग से कोयला पासिंग का कर खेल कर रहे हैं।