सीधी– कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने दिन रात एक कर दिया है लेकिन इन सबके बीच हैरानी की बात ये है कि बीते शुक्रवार को सीधी में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 500 पहुंच गया है। लेकिन इस पूरी आपदा से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास कोविड-19 के विशेष टीम के कर्मचारी नहीं हैं।
बताया गया कि अभी तक में 10 स्टाफ नर्स और 3 डॉक्टर के भरोसे पूरा स्वास्थ्य विभाग चलाया जा रहा है। बीते दिवस खाद्य मंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित भी किया था कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की भर्ती कर स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करें। स्वास्थ विभाग के सूत्रों की माने तो डीसीएसी,डीएच, आइसोलेशन वार्ड ,जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर समेत मधुरी को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है तथा जिले भर में स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड-19 सेंटर बनाया जाएगा लेकिन अभी तक कोविड-19 के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर इसके लिए पर्याप्त चिकित्सा सेवा के कर्मचारी नहीं रखे गए हैं।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व में दो-दो सीएमएचओ की लड़ाई में जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा अपने खास आदमियों को रिश्वत के दम पर रखा गया था जिसको लेकर मुख्यमंत्री तक ने जांच के आदेश दिए थे। मीडिया में खबर प्रकाशन के बाद उक्त सभी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था लेकिन एक बार कोरोना फिर अपना पैर पसार रहा है और स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक इतने कर्मचारी नहीं है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सेंपलिंग टीम तथा आरआईटी टीम खुद स्टाफ की कमी के कारण असहाय महसूस कर रही है। मतलब कोविड-19 के लिए पर्याप्त कर्मचारी अभी तक नहीं है। स्टार समाचार से बातचीत में कलेक्टर रवींद्र चौधरी ने कहा कि जल्द ही स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कोविड कर्मचारियों को रखा जाएगा।