सीधी -मड़रिया बाईपास चौराहे की तरफ तेज रफ्तार से रेत से भरा एक हाईवा ने तीन जिंदगियों को निगल लिया। इस ह्रदय विदारक हादसे में एक बार फिर प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे के पीछे सीधे तौर पर रेत माफिया,खनिज विभाग पुलिस व आरटीओ विभाग जिम्मेदार है या यूं कहें कि यह सभी मिलकर जिले में तांडव कर रहे हैं तो गलत नहीं होगा। इस पूरे खेल में कई सफेदपोश नेता भी इसके लिए जिम्मेदार है।
बता दें कि भले सीएम शिवराज सिंह चौहान यह कहते हैं कि जिले में रेत की चोरी रुक गई है लेकिन सीधी में ऐसा बिल्कुल नहीं है। यहां ऐसा है कि रेत माफिया खनिज,पुलिस और आरटीओ विभाग को पैसों के दम पर कंट्रोल कर रहा है। और जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं विपक्षी भी सड़क पर नहीं उतर रहा हालात ये हैं कि यहां का जिला प्रशासन नोट कमाने की मशीन मात्र बनकर रह गया है। अब इसके लिए चाहे किसी की जान बचाई या फिर जाए इस किसी को कोई लेना देना नहीं है। सूत्र बताते हैं कि यहां रेत ठेकेदार एक ही टीपी पर कई फेरे लगाकर राजस्व की चोरी में लगे हैं उनके इस खेल में खनिज पुलिस और आरटीओ विभाग बराबर के राजदार है हालात भी कुछ यही बयां कर रहे हैं यहां रेत से भरे ओवरलोड हाईवा सड़कों पर तांडव कर रहे हैं और जब कोई बड़ा हादसा होता है तो महज वाहन चालक पर कार्यवाही कर प्रशासन पूरे घटना में पर्दा डालने में जुट जाता है।
कलेक्टर, एसपी को उठाना होगा बड़ा कदम तेज रफ्तार की तांडव से आए दिन हो रहे हादसों से प्रशासन कोई सीख नहीं ले रहा अब आप लोगों में भी चर्चा होने लगी है कि क्या प्रसाधन सिर्फ सरकार के राजस्व वह अपनी इनकम बढ़ाने अकेली काम कर रहा है या फिर जिले में असमयिक हो रहे हादसों को रोकने के लिए भी कोई कदम उठाएगा। फिलहाल अब लोगों की नजर कलेक्टर व एसपी पर हैं।
सड़क में मचाया तांडव, तीन श्रमिकों की दर्दनाक मौत कल गुरुवार की देर शाम तकरीबन 8:30 बजे के आसपास सीधी शहर के बाईपास मार्ग पर एक भीषण सड़क हादसे में रेत माफियाओं के वाहन से काम कर घर लौट रहे साइकिल सवार 3 श्रमिक युवकों को कुचल दिया जिसमें से 2 श्रमिकों की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक गंभीर श्रमिक को आनन-फानन में पुलिस द्वारा उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया परंतु कुछ देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया। बताया गया कि जिले में सैनिक प्राइवेट फूड लिमिटेड को रेत का टेंडर मिला है जहां ठेकेदार के गुर्गे के दम पर यह रेत से भरे ओवरलोड वाहन जिले भर में अपना कहर बरपाते हैं।
एक टीपी पर लगाते है कई फेरे
बताया जा रहा है जिले में इन दिनो रेत लोड ओवरलोड वाहन हाइवा एक ही टीपी पर ज्यादा फेरे लगाने के लिए ओवर स्पीड से सड़कों पर आते आते हैं और इन फुल स्पीड की जद में आम नागरिको को भुगतना पड़ रहा हैं। 24 घंटे सड़क पर निकलने वाले लोगों के ऊपर मौत का साया मंडराता रहता है। माफिया नदियों में पोकलैंड मशीन लगाकर रेत का उत्खनन काम है लेकिन जिले का खनिज महकमा सरकार व खुद का राजस्व बढ़ाने में लगा है।
यह है घटना
रेत से लदे हाइवा क्र. एमपी 53 एचए 2232 जो पड़रा की तरफ से तेज रफ्तार से जा रहा था। उसने यातायात थाने से तकरीबन आधा किलोमीटर दूर नई सब्जी मंडी के पास अनियंत्रित होकर सड़क मार्ग पर साइकिल से जा रहे 3 श्रमिकों को रौंद दिया। जिसमें 2 श्रमिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जब भी एक श्रमिक जिला चिकित्सालय पहुंचते ही दम तोड़ दिया इस हादसे में दो श्रमिकों का कचूमर ही निकल गया इन शवो को समेटने में लगे कर्मचारी कांप गए।फिलहाल शवों को किसी तरह समेट कर पोस्टमार्टम गृह तक लाया गया।