Sidhi :देश के प्रधानमंत्री का सपना है कि 2024 तक देश में बने कच्चे मकानों को पक्के मकानों में परिवर्तित किया जाना है लेकिन प्रधानमंत्री के सपनों पर मध्य प्रदेश के सीधी Sidhi जिले के मझौली तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत नदहा के पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक जगन्नाथ विश्वकर्मा पतीला लगा रहा हैं.
हैरानी और शर्मनाक बात यह है कि सीधी Sidhi पंचायत कर्मियों ने अपने ही सगेसंबंधियों के नाम पीएम आवास के लिस्ट में नाम डाल कर लाखों रुपए का गोलमाल कर दिए हैं वही कुछ हितग्राहियों के पढ़े-लिखे नहीं होने का फायदा उठाते हुए थांबइंप्रेशन के द्वारा उनका पैसा निकाल लिया गया है. हालांकि पूरे मामले को लेकर कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान ने कार्रवाई करने के आदेश दिए है.
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ये है पूरा मामला
सीधी Sidhi मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूरी स्थित मझौली तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत नदहा में रोजगार सहायक जगन्नाथ विश्वकर्मा ने आधा दर्जन हितग्राहियों के पढ़े-लिखे नहीं होने का फायदा उठाते हुए थबइंप्रेशन मशीन के जरिए लाखों रुपए निकालकर डकार गया है. वही सीधी Sidhi रोजगार सहायक ने अपने ही नाबालिग पुत्र के नाम पीएम आवास दिखाकर लाखों रुपए आहरित कर लिया है. ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि छोटू साहू पिता सुखदेव साहू का पीएम आवास नहीं बना है लेकिन रोजगार सहायक के द्वारा दूसरे मकानों का फोटो लगाकर जियो टैग करके 70 हज़ार रुपये की राशि थांबइंप्रेशन मशीन के जरिए निकलवा लिया है जबकि आवास कहीं पर बना ही नहीं है.
बता दे की सीधी Sidhi जिले के सिरबतिया पिता धनपति साहू भैया लाल तिवारी पिता रामकिशोर तिवारी रचना पिता गुप्ता हरसहाय गुप्ता उर्मिला नामदेव पिता नारायण नामदेव तथा अपने नाबालिक पुत्र विनय कुमार पिता जगन्नाथ विश्वकर्मा कि नाम की राशि निकालकर पूरी बंदरबांट कर लिया है. जहां रिकॉर्ड में तो पीएम सक्सेसफुल कंप्लीट हो गया है लेकिन धरातल पर अभी तक पीएम आवास का निर्माण हुआ ही नहीं है। और पूरी राशि एक लाख 45 हज़ार रुपये निकाली जा चुकी है.
रोजगार सहायक ने भाई और पुत्र के नाम पर लगा रहा चूना
सीधी Sidhi जिले के मझौली तहसील अंतर्गत नदहा ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक जगन्नाथ विश्वकर्मा ने फर्जीवाड़ा करते हुए पहले अपने भाई काशी विश्वकर्मा के नाम पर गौशाला लिया था जहां गौशाला नहीं बनाया लेकिन पूरी राशि निकाली जा चुकी है फिर उसी जगह पर रोजगार सहायक ने फिर से अपने भाई काशी विश्वकर्मा के नाम पीएम आवास गौशाला वाली जगह पर बनाया है
हैरानी और शर्मनाक बात ये है कि अपने छोटे भाई के पीएम आवास को दिखाकर सीधी Sidhi जिले के रोजगार सहायक के द्वारा अपने नाबालिग पुत्र विनय कुमार विश्वकर्मा का पीएम आवास दिखाकर राशि निकाली गई है. मतलब साफ है कि रोजगार सहायक ने भ्रष्टाचार की हदों को पार करते हुए अपने भाई तथा पुत्र के नाम पर एक गौशाला तथा दो पीएम आवास की राशि निकाला है लेकिन सिर्फ एक पीएम आवास बना हुआ है. वही अन हितग्राहियों का पैसा भी लगातार गुमराह करके निकाल रहा है.
ऐसे करते है फर्जीवाड़ा
रोजगार सहायक के द्वारा एक चिन्हित पीएम आवास बनाया है जिसके पिछले हिस्से को पुताई करवा कर अन्य हितग्राहियों का नाम लिखकर फोटो खींचकर ऑनलाइन कर दिया करता है। मतलब साफ है कि मकान एक ही रहता है लेकिन पीछे की दीवारों पर पुताई करवा कर अलग-अलग हितग्राहियों का नाम लिखकर शासन के पैसा निकाला जा रहा है। तथा फर्जी तरीके से आवासों का जियो टैग करके पूरी राशि आहरित की जाती है.
आरोप यह भी है कि एक हितग्राही ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि रोजगार सहायक जगन्नाथ विश्वकर्मा ने कहा कि आपको पीएम आवास नहीं बनाना है तो मत बनाओ यह राशि को निकालकर आधा हमको दे दो आधा तुम रख लो फोटो हम तुम्हारी पीएम आवास कंप्लीट का लगा देंगे. अगर सही तरीके से जांच होगी तो ऐसे बहुत से पीएम आवास तथा अन्य कार्यो में हुए भ्रष्टाचार उजागर होगा.
इनका कहना हैं
मामले की जानकारी प्राप्त हुई है जांच कर कार्रवाई की जा रही है.