सिंगरौली 28 मार्च। भू व शराब माफिया एवं निगरानी सुदा बदमाश के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर मकान धराशायी करते हुए एक करोड़ 35 लाख रुपए एनसीएल की जमीन से मुक्त कराया गया। माफिया के विरुद्ध कुल 36 प्रकरण पंजीबद्ध हैं। जिसमें 22 प्रकरण अवैध उत्खनन परिवहन एवं चोरी के, सरकारी कर्मचारियों पर हमला का एक प्रकरण, अवैध गांजा बेचने का 2, आर्म्स उएक्ट के 4 प्रकरण तथा अवैध शराब बिक्री करने के एक प्रकरण एवं अन्य मारपीट प्रकरण पंजीबद्ध हैं जो थाने में निगरानीसुदा बदमाश है।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की एंटी माफिया अभियान के तहत कलेक्टर राजीव रंजन मीना, पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह, अपर कलेक्टर डीपी वर्मन, एएसपी अनिल सोनकर के निर्देश पर 27 मार्च को एसडीएम ऋषि पवार, संयुक्त कलेक्टर विकास सिंह एवं तहसीलदार रमेश कोल व सीएसपी देवेश कुमार पाठक, निरीक्षक रावेंद्र द्विवेदी, निरीक्षक अरुण कुमार पांडे, थाना विंध्यनगर के पुलिस बल व सशस्त्र पुलिस बल के एसओपी पीके त्रिपाठी, सुरक्षा अधिकारी आरपी सिंह एवं अमरेंद्र सिंह कार्रवाई की मौजूदगी में भू-माफियाओं के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत जिला प्रशासन ने आज भू व शराब माफिया एवं निगरानी सुदा बदमाश के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर 1 करोड़ 35 लाख रुपए एनसीएल की जमीन से मुक्त कराया गया।
माफिया द्वारा लंबे समय से एनसीएल की शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर और सामाजिक गतिविधि में संलिप्त था। जिसे चिन्हित कर बेदखली का नोटिस दिया गया था, किंतु उसके द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाया गया। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर शासकीय जमीन लगभग 1 एकड़ व 5 डिसमिल में निर्मित मकान को खाली कराया गया जिसकी बाजार मूल्य 1 करोड़ 35 लाख था। माफिया संतोष पिता अशर्फीलाल दुबे द्वारा अतिक्रमण की गई शासकीय भूमि के संबंध में भू-संपदा अधिकारी अमलोरी क्षेत्र द्वारा अतिक्रमण के संबंध में लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया जिस पर आरोपी के विरुद्ध भादिव की धारा 447 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।