सिंगरौली 29 मार्च। नगरीय क्षेत्र बैढऩ इलाके में फोर लेन सड़क निर्माण कार्य के लिए जब मंजूरी मिली उस दौरान लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी थी कि कुछ वर्षों तक सड़क चलने लायक रहेगी।एमपीआरडीसी ने फोरलेन परसौना-निगाही मोड़ तक सड़क को तहस-नहस कर दिया है। करीब 20 महीने में ही 39 करोड़ की लागत से निर्मित सड़क के जगह-जगह कचूमर निकलने लगे हैं। माजनमोड़ से परसौना तक यात्रा करने वाले हर कोई चालक क्रियान्वयन एजेंसी एवं संविदाकार को कोसते नजर आते हैं।
यहां बताते चलें कि क्षेत्रीय विधायक रामलल्लू बैस एवं अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के कठिन परिश्रम के बाद डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड से परसौना तिराहा से लेकर निगाही मोड़ तिराहा तक तकरीबन 10 किलोमीटर दूरी तक के लिए 39 करोड़ रूपये की लागत से फोर लेन सड़क कार्य करीब साढ़े 4 साल पहले मंजूर हुआ था। जहां क्रियान्वयन एजेंसी एमपीआरडीसी के द्वारा संविदाकार शिवशक्ति कान्स्ट्रक्शन कंपनी के माध्यम से कराया गया।
फोरलेन सड़क निर्माण कार्य के शैशवकाल से ही गुणवत्ता पर सवाल उठाये जा रहे थे। साथ ही मंथरगति से कार्य होने के चलते निर्धारित समय सीमा में ठेकेदार ने कार्य पूर्ण नहीं कर पाया था। तभी से सड़क के निर्माण कार्य एवं गुणवत्ता पर तरह-तरह की चर्चाएं कर प्रश्रचिन्ह लगाते आ रहे थे। प्रबुद्ध नागरिकों के इस आरोपों को एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने नजरअंदाज कर संविदाकार पर मेहरबानी करते आ रहे थे। नतीजन सड़क निर्माण में जहां गुणवत्ता को नजरअंदाज किया गया है। वहीं डेढ़ साल के अंदर कई जगह सड़क डेमेज हो गयी है। इतना ही नहीं फोरलेन सड़क पर यात्रा करते समय यह आभास नहीं होता है कि यह 39 करोड़ की सड़क है। सड़क में लेवल की बात दूर कई जगह ऐसे हिचकोले गड्ढे बने हैं। तेज चलने वाले वाहन कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। उबड़-खाबड़ फोरलेन के निर्माण एजेंसी जहां सवालों के कटघरे में है। वहीं एमपीआरडीसी के अधिकारी भी सवालों में घिरते नजर आ रहे हैं। फिलहाल डेढ़ साल के अंदर 39 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित फोर लेन सड़क मार्ग की लाईफ कितनी होगी जगह-जगह डेमेज सड़क ही बया कर रही है। इस मामले में जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी लोगों के जेहन से नहीं उतर रहा है।
सड़क निर्माण कार्य के गुणवत्ता की हो उच्च स्तरीय जांच
परसौना से लेकर निगाही मोड़ तिराहा तक 39 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित फोर लेन सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर विपक्षी दल कांग्रेसी भी सवाल उठाना शुरू कर दिये हैं। आम आदमी पार्टी के कई पदाधिकारियों ने सत्ता पक्ष के नेताओं को आड़े हाथो लेते हुए कई सवालों को खड़ा किया है और कहा है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करायी जाय। निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा क्वालिटी का ख्याल नहीं रखा है। फोरलेन सड़क निर्माण में कमीशन खोरी की व्यापक पैमाने पर बू आ रही है।
सिवरेज ठेकेदार ने भी सड़क को किया तहस नहस
यहां आरोप लगाया जा रहा है कि केके स्पन सिवरेज लाइन ठेकेदार के चलते भी करोड़ों रूपये की लागत से बनी फोर लेन सड़क को तहस नहस कर दिया। सिवरेज के चलते कई जगह सड़क दब गयी है। ऐसे में दुर्घटना की भी जहां आशंका बढ़ गयी है। वहीं सड़क भी टूट रही है। सिवरेज ठेकेदार अपना आधा अधूरा कार्य पूर्ण कर नदारत है। जिससे नगर निगम अब केके स्पन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने का मन बनाया है। अधिकारियों का मन कब बदल जाये और यू टर्न ले ले इस पर अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। यहां यू टर्न लेना अधिकारियों की फिदरत है।