सिंगरौली 13 जनवरी। एनसीएल जयंत क्षेत्र के कोल हैंडलिंग प्लांट सीएचपी में बृहस्पतिवार की दोपहर हुए हादसे में संविदा मजदूर की मौत हो गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
घटना से नाराज परिजनों व मृतक के साथियों ने एनसीएल के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में जमकर हंगामा किया। सभी का आरोप था कि उक्त घटना मजदूरों से असुरक्षित कार्य कराए जाने से हुई। बताया जा रहा है कि एक एनसीएल कर्मचारी व मजदूर संगठन के नेता पत्नी के नाम से ठेकेदारी करते हैं। कार्य सीएचपी के साफ -सफाई से संबंधित है। पटवारी रावत उम्र 25 वर्ष निवासी जयंत सीएचपी के बंकर क्षेत्र में कार्य कर रहा था। इसी दौरान ना जाने वह नीचे गिर गया और ऊपर से कोयले का मलबा उसके ऊपर आ गया। घटना की जानकारी साथी कर्मचारियों ने अधिकारियों को दी तो हड़कंप मच गया। इसके बाद पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह कोयले का ढेर हटवाया और दबे मजदूर को निकाल कर अस्पताल पहुंचवाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों व मृतक के साथियों ने ठेकेदार व कोल प्रबंधन के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। नाराज लोगों का कहना था कि पटवारी रावत की मौत घटना स्थल पर हो गई थी। इस मामले को अलग मोड़ देने की कोशिश की जा रही है। हंगामे की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने मृतक परिवार को नियमानुसार खान अधिनियम के अंतर्गत इंश्योरेंस का 15 लाख रूपये मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा सका। वहीं घटना के बाद मृतक के परिजनों व सगे संबंधियों ने एनसीएल प्रबंधन पर घोर लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाते हुए नेहरू चिकित्सालय में जमकर घण्टो हंगामा करते रहे। किसी तरह अधिकारियों के समझाईश के बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान मौके पर विंध्यनगर सीएसपी देवेश पाठक, टीआई यूपी सिंह,जयंत चौकी प्रभारी रामायण मिश्रा सहित अन्य पुलिस बल मौजूद रहे।